छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए
मेघालय, हरियाणा, छत्तीसगढ़, सूरत और चंडीगढ़ प्रदेश में कम से कम छह केंद्रों के छात्रों ने शिकायत की थी। इन स्थानों पर परीक्षा में लिखने के लिए पूरे 3 घंटे और 20 मिनट का समय नहीं मिला। छात्रों को गलत प्रश्नपत्र के वितरण किए गए, फटी हुई ओएमआर शीट मिली या ओएमआर शीट बांटने में देरी सहित कई अन्य प्रशासनिक कारणों की भी बात सामने आई है। समय की खराबी का पता लगने पर ऐसे छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर उनके नुकसान की भरपाई की गई।
एनटीए और शिक्षा मंत्रालय का पक्ष
सुप्रीम कोर्ट का पक्ष
NTA में सुधार की आवश्यकता
देशभर में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शन से NEET के संबंध में 2 प्रकार की अव्यवस्था का विषय सामने आया है। प्रारंभिक जानकारी थी कि कुछ छात्रों को कम समय मिलने के कारण उनको ग्रेस नंबर दिए गए…दूसरा 2 जगहों पर कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं। छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त किया गया है कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है। सारे विषयों को एक निर्णायक स्थिति तक ले जाया जाएगा। उसमें जो भी बड़े अधिकारी होंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। NTA में बहुत सुधार की आवश्यकता है। सरकार इस पर चिंता कर रही है, किसी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा उनको कठोर से कठोर दंड मिलेगा।
गोधरा पेपर लीक केस
इसी बीच नीट यूजी परीक्षा की धांधली को लेकर एक और खुलासा हुआ। गुजरात में गोधरा के स्कूल में NEET परीक्षा में धांधली का बड़ा मामला सामने आया। जांच में पता चला कि छात्रों को अच्छे नंबर दिलाने के लिए एक डील हुई थी। छापेमारी में पुलिस को एक आरोपी परशुराम के घर से 2 करोड़ 30 लाख रुपए के चेक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले। पुलिस ने इस मामले कई गिरफ्तारियां की हैं। पूछताछ के दौरान, राज्य सरकार के 56 वर्षीय जूनियर इंजीनियर सिकंदर कुमार यादवेंदु ने अपनी भूमिका कबूल की। आगे की जांच जारी है।
8 जुलाई 2024 को होगी अगली सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में CBI जांच को लेकर कोर्ट ने सीबीआई जांच की याचिका खारिज करने से इनकार कर दिया। साथ ही एनटीए गुजारिश पर नीट विवाद पर दिल्ली हाईकोर्ट समेत देश के सात हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं को जोड़ा गया। सुप्रीम कोर्ट 8 जुलाई 2024 इन याचिकाओं पर सुनवाई करेगी।