एनपीएस वात्सल्य योजना
ये नई योजना बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई है, जो भारत की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के तहत चलाई जाएगी। एनपीएस वात्सल्य योजना माता-पिता को पेंशन खाते में निवेश करके अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने के साथ दीर्घकालिक धन सुनिश्चित करने की अनुमति देगी। एनपीएस वात्सल्य लचीला योगदान और निवेश का विकल्प प्रदान करेगा, जिससे माता-पिता बच्चे के नाम पर सालाना 1000 रुपए का निवेश कर सकते हैं।
इतने रुपए से शुरु कर सकते हैं निवेश
बच्चों के लिए मोटा पेंशन फंड जुटाने में मददगार इस खास योजना में माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए उनके पेंशन अकाउंट में निवेश करेंगे, जिससे लॉन्ग टर्म में उनके लिए बड़ा फंड तैयार किया सकेगा। इसमें बच्चे के परिवार वाले उसके नाम पर सालाना न्यूनतम 1000 रुपए से निवेश शुरू कर सकते हैं। इससे यह योजना समाज के सभी वर्गों के लिए सुलभ हो जाती है। जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। यानी पेरेंट कितनी भी रकम अपने बच्चे के एनपीएस वात्सल्य खाते में जमा कर सकते हैं। इसके बाद बच्चे के 18 साल की उम्र का होने तक माता-पिता को हर साल बच्चे के एनपीएस वात्सल्य खाते में ये डिपॉजिट करना होगा। यह योजना समावेशिता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देती है।
योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी बच्चों को एक मजबूत आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। एनपीएस वात्सल्य योजना माता-पिता के लिए अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करने का शानदार मौका है। योजना के तहत नियमित रूप से बचत करके परिवार वाले अपने बच्चों के लिए बड़ी पूंजी तैयार कर सकते हैं। इस योजना के माध्यम से सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
एनपीएस वात्सल्य योजना के लाभ
इस योजना से बच्चे बचपन से ही पेंशन योजना से जुड़ जाते हैं। लंबे समय तक निवेश करने से धन बढ़ने की संभावना अधिक होती है। इस योजना में निवेश करने पर टैक्स लाभ मिल सकता है। योजना में निवेश की राशि और अवधि को अपने तरीके से चुना जा सकता है। खाता बच्चे के नाम पर होता है, जिससे वह अपने भविष्य का स्वयं निर्णय ले सकता है। बच्चा 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर खाते से धनराशि निकाल सकता है या 60 वर्ष की आयु पर पेंशन ले सकता है।
18 साल का होने पर रेगुलर एनपीएस अकाउंट
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत 18 साल की उम्र पूरी कर लेने वाले सदस्य यानी एडल्ट चाहें तो एनपीएस खाते में अपना कॉन्ट्रिब्यूशन जारी रख सकते हैं। वयस्क होने पर एनपीएस वात्सल्य अकाउंट आम लोगों के जैसे रेगुलर एनपीएस खाते में बदल जाएगा। इस बीच 18 साल की उम्र पूरी कर लेने के बाद उसे 3 महीने के भीतर खाते की नए सिरे से केवाईसी करानी होगी। वयस्क होने के बाद इच्छानुसार अपना एनपीएस वात्सल्य खाता बंद भी कराया जा सकेगा।
योजना का लॉक-इन पीरियड
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत 3 साल की लॉक-इन पीरियड होता है। इसके बाद शिक्षा, गंभीर बीमारी और विकलांगता जैसी जरूरतों के लिए एनपीएस खाता खुलवाने की तारीख से 3 साल बाद इससे आंशिक निकासी भी की जा सकती है। बच्चे के नाम पर खुले खाते में जमा कुल रकम का 25% हिस्सा निकाल सकेंगे और ये उसके 18 साल का होने तक 3 बार की जा सकती है।
इनको मिलेगा योजना का लाभ
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत सभी माता-पिता और अभिभावक, चाहे वे भारतीय नागरिक हों, NRI हों या OCI, अपने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एनपीएस वात्सल्य अकाउंट खुलवा कर निवेश शुरू कर सकते हैं। इस योजना में कंपाउंडिंग का भी लाभ मिलेगा, जिससे लॉन्ग टर्म में बच्चे के लिए मोटा फंड जुटाने में मदद मिलेगी।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की होगी शुरुआत
एनपीएस वात्सल्य की सदस्यता लेने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की शुरुआत होगी। योजना के शुरू होते ही योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी जारी की जाएगी और नए नाबालिग ग्राहकों को स्थाई सेवानिवृत्ति खाता संख्या कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। एनपीएस वात्सल्य कार्यक्रम पूरे देश में करीबी 75 स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे।