उत्तराखंड में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को पीएम पोषण योजना के तहत दोपहर का भोजन दिया जाता है। पीएम पोषण योजना के तहत दिए जाने वाले पोषक आहार में सुधार के लिए सामग्री लागत की न्यूनतम दरों में वृद्धि की गई है। राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 612122 छात्र-छात्राओं को योजना का लाभ मिलेगा। सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। पीएम पोषण योजना साक्षरता विभाग और शिक्षा मंत्रालय द्वारा केंद्र प्रायोजित योजना है। इस योजना के तहत सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को एक बार गर्म पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना का उद्देश्य सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पात्र बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार लाना है। साथ ही गरीब बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना है।
पीएम पोषण योजना
पीएम पोषण योजना उत्तराखंड में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की साझेदारी में चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका उद्देश्य बच्चों को स्कूल में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें और उनकी शैक्षिक उपलब्धियों में सुधार हो। उत्तराखंड के सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा, सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विशेष शिक्षण संस्थान, जैसे मदरसे, में पढ़ने वाले बच्चों को भी इस योजना का लाभ मिलता है। योजना में केंद्र और राज्य सरकार के बीच 60:40 का फंड विभाजन होता है। खाना पकाने का खर्चा, खाना बनाने वालों के वेतन और अन्य खर्चों के लिए भी फंड का प्रावधान है।
योजना का मुख्य उद्देश्य
पीएम पोषण योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण को कम करना, शैक्षिक स्तर में सुधार करना, बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना, स्कूलों में उपस्थित बच्चों की संख्या में वृद्धि करना और बच्चों में सामाजिक समानता की भावना को प्रोत्साहित करना है। पीएम पोषण योजना उत्तराखंड में बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
पीएम पोषण योजना के तहत दिया जाने वाला आहार
प्राथमिक स्तर के बच्चों को प्रतिदिन 450 कैलोरी का भोजन जिसमें 12 ग्राम प्रोटीन हो उपलब्ध कराया जाएगा। उच्च प्राथमिक स्तर के बच्चों को प्रतिदिन 700 कैलोरी का भोजन जिसमें 20 ग्राम प्रोटीन हो दिया जाएगा। भोजन में सामान्य रूप से दाल, चावल, गेहूं, हरी सब्जियां, और कभी-कभी दूध, अंडे या फल भी शामिल होते हैं।
पीएम पोषण योजना के लाभ
केंद्र सरकार और उत्तराखंड सरकार की साझेदारी से संचालित इस योजना के मुख्य लाभ इस प्रकार हैं।
- योजना के शुरू होने से उत्तराखंड के बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास में सकारात्मक बदलाव आएगा।
- बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति बढ़ेगी, और उनका शैक्षिक प्रदर्शन भी सुधारेगा।
- गरीब परिवारों पर भोजन का आर्थिक बोझ कम होगा, जिससे उन्हें अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
पीएम पोषण योजना हेतु योग्यताएं
उत्तराखंड राज्य के सभी छात्र इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, परन्तु निम्न योग्यताएं होना अनिवार्य है।
- लाभार्थी बच्चा उत्तराखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- बच्चे की आयु 3 वर्ष से 6 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
निष्कर्ष – पीएम पोषण योजना उत्तराखंड
हमने आपको केंद्र सरकार और उत्तराखंड सरकार की साझेदारी में संचालित पीएम पोषण योजना के बारे में जानकारी दी है। कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट, आप हमें Comment box में बताना ना भूलें। यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ Facebook, Instagram, twitter, what’s app पर ज़रुर शेयर करें। ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और वे भी इसका लाभ उठा सकें। हमारी वेबसाइट http://www. theindianiris.com/ पर आने के लिए आपका धन्यवाद, और नवीनतम अपडेट के लिए बने रहें।