पुराने स्कूलों को एक नया रूप देने एवं बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए एक केंद्र सरकार ने नई योजना को शुरू करने की घोषणा की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर ‘प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया’ (पीएम-श्री) योजना की शुरूआत की है जिसके तहत पूरे देश में ऐसे कुल 14,597 स्कूल खोले जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “ राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने हाल के वर्षों में शिक्षा क्षेत्र को बदल दिया है मुझे यकीन है कि पीएम श्री स्कूल NEP की भावना से पूरे भारत के लाखों छात्रों को लाभान्वित करेंगे ”
आदर्श विद्यालय के रूप में इन स्कूलों को विकसित किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से पूरे भारत में 14500 पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इस योजना में सबसे खास बात यह है कि ये सभी स्कूल सरकारी होंगे, जिनका चयन राज्यों के साथ मिलकर किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक प्रखंड स्तर पर कम-से-कम एक आदर्श विद्यालय विकसित करना चाहती है। इसकी निगरानी के लिये पायलट परियोजना के आधार पर ‘पीएम-श्री’ स्कूलों में विद्या समीक्षा केंद्र की भी शुरुआत भी करेगी।
पीएम-श्री स्कूल योजना को 2022-2027 तक पांच वर्षों की अवधि में लागू किया जाएगा। इस पर 27,360 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। और इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 18,128 करोड़ रुपये होगी। वहीं केंद्र की इस योजना से 18 लाख छात्रों को फायदा होगा।
इस योजना में स्कूलों के चयन के लिये 60 मानक निर्धारित किये गए हैं जिसमें पक्की इमारत, पेयजल सुविधा, लड़के-लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय, खेल का मैदान, दिव्यांग बच्चों के लिये सुविधाएं आदि शामिल हैं।
जानिए कैसा होगा पीएम श्री स्कूल,
- इन स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट कक्षा, खेल और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- आदर्श विद्यालय में सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित, प्रोत्साहित करने वाले शैक्षिक वातावरण में सीखने एवं अलग अनुभव प्रदान करने वाली अच्छी ढांचागत व्यवस्था एवं समुचित संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गई है।
- स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाना तथा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा।
- स्कूल ड्रॉप आउट में भी कमी लागने की कोशिश की जाएगी।
- पीएम-श्री स्कूल योजना स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने में मदद करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन और अनुकरणीय स्कूल के रूप में सामने आएंगे।
- इन स्कूलों में प्रैक्टिकल, समग्र, एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित पढ़ाई कराई जाएगी।
- इनमें स्मार्ट कक्षा, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, विज्ञान प्रयोगशाला आदि सभी सुविधाएं होंगी।
पीएम–श्री योजना की प्रकिया तीन चरणों में पूरी होगी
- इस योजना के तहत सहायता प्राप्त करने के लिए स्कूल प्रतिस्पर्धा करेंगे।
- पूरे देश में कुल स्कूलों की संख्या की ऊपरी सीमा के साथ प्रति ब्लॉक अधिकतम दो स्कूलों (एक प्राथमिक और एक माध्यमिक/ उच्च माध्यमिक) का चयन किया जाएगा।
- पीएम श्री स्कूलों के चयन और निगरानी के लिए स्कूलों की जियो-टैगिंग की जाएगी।