पीएम श्री योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पीएम श्री योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से पूरे भारत में 14500 पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से अपग्रेड किए गए स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका लाया जाएगा। इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास,खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने हाल के वर्षों में शिक्षा क्षेत्र को बदल दिया है। पीएम श्री स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना से पूरे भारत के लाखों छात्रों को लाभान्वित करेंगे। देश के हर ब्लॉक में कम से कम एक पीएम श्री स्कूल की स्थापना की जाएगी और इस योजना के साथ देश के प्रत्येक जिलों के एक माध्यमिक एवं वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा।
पीएम श्री योजना का बजट
पीएम श्री योजना से केंद्र सरकार, केंद्र शासित प्रदेश और स्थानीय स्कूलों को फायदा होगा। 18 लाख से अधिक छात्रों को योजना के अंतर्गत लाभार्थी होने की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पांच वर्षों में 14,500 स्कूलों के उन्नयन के लिए कुल 27,360 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी है। रुपए डीबीटी के माध्यम से सीधे स्कूलों के खाते में जाएगी। प्रधानाध्यापक और स्कूल समितियां यह तय कर सकती हैं, कि इन रुपयों को कैसे खर्च किया जाए। पीएम श्री योजना के तहत 14500 स्कूलों को विकसित करने में आने वाले खर्च को केंद्र सरकार वहन करेगी और राज्य सरकार को इस योजना पर अमल करने एवं निगरानी करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य
पीएम श्री योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के 14,500 पुराने स्कूलों का विकसित करना है। ताकि इन स्कूलों को नया स्वरूप देकर बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ा जा सके। पीएम श्री योजना के तहत अपग्रेड किए गए पीएम श्री स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक दिखाई देगी और यह अनुकरणीय स्कूलों की तरह काम करेंगे। इसके अलावा अन्य स्कूलों का मार्गदर्शन भी करेंगे। इन स्कूलों का उद्देश्य सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, अध्ययन और संज्ञानात्मक विकास होगा बल्कि कौशल की जरूरतों के अनुरूप समग्र और पूर्ण विकसित नागरिकों का निर्माण करना भी है।
इस योजना के माध्यम से अब गरीब बच्चे भी स्मार्ट स्कूलों से जुड़ें सकेंगे जिससे भारत के शिक्षा क्षेत्र को एक अलग पहचान मिलेगी। इस योजना के तहत अपग्रेड किए गए स्कूल के माध्यम से सामान्य लोगों के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा। जिससे उनका भविष्य निखरेगा और वह भी शिक्षित होकर भारत के विकास में अपनी भागीदारी निभा सकेंगे। इस योजना के माध्यम से स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाना तथा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा। स्कूल ड्रॉप आउट में भी कमी लागने की कोशिश की जाएगी।
पीएम श्री स्कूलों की खास बातें
केंद्र सरकार की इस योजना की कुछ खास बातें इस प्रकार हैं।
- पीएम श्री योजना के तहत विकसित किए गए स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट शिक्षा और आधुनिक ढांचा होगा।
- स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम, साइंस लैब, आधुनिक लाइब्रेरी व सभी सुविधाओं वाला खेल का मैदान होगा।
- पीएम श्री स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक होगी।
- यह स्कूल अपने आसपास के अन्य स्कूलों का भी मार्गदर्शन करेंगे।
- इन स्कूलों में प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होगी।
- इसके अलावा इनमें अत्याधुनिक लैब स्थापित की जाएंगी। जिससे विद्यार्थी किताबों के अलावा प्रैक्टिस से भी सीख सकें।
- प्री प्राइमरी एवं प्राइमरी के बच्चों के लिए खेल पर फोकस किया जाएगा। जिससे उनके शारीरिक विकास हो सके।
- यह योजना पीएम श्री स्कूलों को आधुनिक जरूरतों के हिसाब से अपग्रेड करेगी। जिससे बच्चों की आधुनिक जरूरतें पूरी होंगी और वह एक अच्छे माहौल में शिक्षा को ग्रहण कर सकेंगे।
- इन स्कूलों में दाखिले के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट आयोजित किया जा सकता है।
- इन स्कूलों में नियुक्त किए जाने वाले टीचर्स को अलग से ट्रेनिंग दी जाएगी।
योजना के तहत स्कूलों की चयन प्रक्रिया
- प्रथम चरण के तहत राज्य या केंद्र शासित प्रदेश समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति को संपूर्ण रूप से लागू करने पर सहमति जताएंगे और केंद्र इन स्कूलों को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्धताओं को तय करेगा।
- दूसरे चरण के तहत निर्धारित न्यूनतम मानक के आधार पर उन स्कूलों की पहचान की जाएगाी जो पीएम श्री स्कूलों के रूप में चुने जाने के योग्य हैं।
- तीसरा चरण कुछ मानदंडों को पूरा करने के लिए चुनौती पद्धति पर आधारित है। इसमें स्कूलों के उपरोक्त पात्र पूल में से ही विद्यालय, चुनौती की शर्तों को पूरा करने के लिए मुकाबला करेंगे।
शारंश – पीएम श्री योजना