1984 की वो दर्दनाक रात, जिसने भोपाल को जहरीली गैस के साए में डुबो दिया था। कई पीड़ित आज भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनका इलाज उन्हें आर्थिक रूप से बर्बाद कर रहा है। उसके पीड़ितों को आखिरकार राहत की एक किरण मिली है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की मंजूरी के बाद अब भोपाल गैस पीड़ितों को भी अब आयुष्मान भारत योजना के तहत एम्स में फ्री इलाज करवाने का लाभ लेने का अधिकार मिल गया है। आयुष्मान योजना के लाभ से अब इन पीड़ितों की भविष्य में आने वाली गंभीर बीमारियों के इलाज की चिंता कम हो जाएगी। उन्हें अब इलाज के लिए आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह सहायता न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
अयुष्मान योजना
आयुष्मान योजना के तहत पात्र परिवार को हर साल 5 लाख तक के नि:शुल्क इलाज का लाभ मिल रहा है। योजना से देश भर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा की गई हैै। भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार और भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बात तक का चेकअप व दवाएं नि:शुल्क दी जाएंगी। इसके तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता हैै।
इनको मिलेगा लाभ
आयुष्मान योजना के तहत 2.75 लाख गैस पीड़ितों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना के तहत प्रारंभिक तौर पर 18000 गैस पीड़ितों को गैस राहत विभाग की ओर से फोन करके बुलाया भी गया है। गरीबी रेखा से ऊपर 18000 से अधिक भोपाल गैस पीड़ितों को आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। इन कार्डों के माध्यम से उन्हें अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल सकेगा। यह फैसला एक साल से लंबित था लेकिन अब अंततः मंजूरी मिलने से हजारों लोगों को राहत की सांस मिली है। अब आयुष्मान योजना के तहत इनपैनल्ड निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज भोपाल गैस पीड़ितों को भी दिया जाएगा। इसकी मंजूरी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के द्वारा दी गई हैै।
योजना के तहत अस्पताल और इलाज
आयुष्मान योजना के तहत इन पीड़ितों को देशभर के किसी भी चिन्हित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज मिल सकेगा। यह योजना कई गंभीर बीमारियों को कवर करती है, जैसे कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि:संतानता, और मोतियाबिंद। इस योजना के अंतर्गत भर्ती, दवाएं, और डिस्चार्ज के बाद की जांचें भी निःशुल्क होंगी। जिन गैस पीड़ितों के आयुष्मान योजना के तहत रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं वो अब कमला नेहरू, खान शाकिर अली, इंदिरा गांधी और जे एन एच गैस राहत अस्पतालों में जाकर आयुष्मान मित्र से अपना ई केवाईसी कराकर कार्ड बनवा सकते हैं।