Breaking News
Home / Welfare Schemes / For All / वेद वन पार्क: भारत का पहला वेदों पर आधारित पार्क बना आकर्षण का केंद्र, जानिए खासियत एवं पूरी जानकारी-

वेद वन पार्क: भारत का पहला वेदों पर आधारित पार्क बना आकर्षण का केंद्र, जानिए खासियत एवं पूरी जानकारी-

पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति काफी प्रचलित है। उसको जीवित रखने के लिए और नयी पीढ़ी को वेद और पुराणों का ज्ञान कराने के लिए दिल्ली के नोएडा में भारत का पहला वेदों पर आधारित वेद वन पार्क खोला गया है। इस पार्क में वेदों के बारे मेें और वेदों में उल्लेखित पेड़-पौधों के बारे में जानकारी दी गई है। यह पार्क 4 जुलाई 2023 को खोला गया है। हिंदू धर्म में चार वेद ऋग्वेद, अथर्ववेद, यजुर्वेद और सामवेद हैं। वैदिक थीम पार्क के माध्यम से चारों वेदों का स्वरूप प्रस्तुत किया गया है। लेजर शो में यहां आपको ऋषिमुनि और देवताओं के दर्शन होंगे। इस पार्क में आने पर विदेशी लोग भारतीय संस्कृति को आसानी से समझ सकते हैं। सप्त ऋषि और उनके जीवन के बारे में जानना है तो यहां आना सर्वोत्तम है। 

वेद वन पार्क

पार्क में बहुत कुछ है जो सभी को बहुत ज्यादा अपनी तरफ आकर्षित करता है। ये पार्क काफी खूबसूरत है और इस पार्क में लोगों को वैदिक साहित्य के बारे में भी जानकारी दी गई है। इस पार्क को सात क्षेत्रों मेंं बांटा गया हैं जिसमें ऋषि कश्यप, अगस्त्य, विश्वामित्र, वशिष्ठ, अत्रि, गौतम और भारद्वाज में से प्रत्येक क्षेत्रों का नाम एक महान वैदिक ऋषि के नाम पर रखा गया है। इस पार्क के आकर्षणों में लेजर लाइट और साउंड डिस्प्ले शामिल हैं। पार्क को दोहरे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बनाया गया है पहला मनोरंजन करना और दूसरा शिक्षा प्रदान करना है।
इस पार्क में हर वेद के अलग अलग जोन बनाए गए हैं। जहां पर्यटक पूरी जानकारी और संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। खास बात ये है कि सभी जोन में वेदों में बताए गए उल्लेखित पेड़ और औषधियां भी लगाई गई हैं। करीब 50,000 से भी ज्यादा पेड़ वेद वन पार्क में लगाए गए हैं। पैदल चलने वालों के लिए अलग से एक रास्ता बनाया गया है। 12 एकड़ के क्षेत्र में इसे बना कर तैयार किया गया है। इस पार्क को बनाने के लिए लगभग 28 करोड़ रुपए खर्च किए गए है।

वेद वन पार्क की विशेषताएं

इस अद्भुत पार्क की विशेषताएं आपको काफी आकर्षित कर सकती हैं। इस पार्क को लगभग सात भागों में बांटा गया है और हर भाग का अपना एक अलग ही महत्व है। वैदिक थीम पार्क एक समय डंप यार्ड था, नोएडा के अधिकारियों ने इसे कंक्रीट के जंगल से एक हरे भरे स्थान में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की। पेड़ दोबारा लगाए गए, मिट्टी को ढीला किया गया और पौधों की गुणवत्ता बढ़ाई गई। हालाँकि भारत में कई अनोखे उद्यान है, लेकिन वैदिक पार्क निश्चित रूप से एक अलग तरह का पहला पार्क है जिसका लक्ष्य सभी उम्र के लोगों के लिए एक मनोरंजक और शैक्षणिक स्थान बनना है।

1. सप्त ऋषियों को समर्पित क्षेत्र

वेद वन पार्क को सात क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, प्रत्येक का नाम प्रसिद्ध वैदिक ऋषियों के नाम पर रखा गया है, जो कश्यप, अगस्त्य, विश्वामित्र, वशिष्ठ, अत्रि, गौतम और भारद्वाज हैं। जैसे कहा जाता है कि अगस्त्य ऋषि ने समुद्र का सारा जल पी लिया था। इसे दर्शाने के लिए यहां एक तालाब बनाया गया है, जिसके सामने अगस्त्य ऋषि की मूर्ति लगायी गयी है। सिर्फ वेद ही नहीं बल्कि यह पार्क भारत का पहला थीम पार्क है जो ऋषियों को समर्पित है। वेद वन में कई दीवार जैसी आकृतियां बनायी गयी हैं, जिनपर ऋषियों और मुनियों की मूर्तियां भी लगायी गयी हैं।

2. सैलानियों के लिए खास कार्यक्रम

इस अद्भुत पार्क में वेदों को प्रदर्शित करने के लिए अन्य कई प्राचीन भारतीय संतों की मूर्तियां भी लगाई जा रही हैं। इस पार्क का सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र लेजर लाइट शो होने वाला है। इसमें लगभग 30 मिनट तक वेद और पुराणों की जानकारी सैलानियों को दी जाएगी। इस पार्क में भारतीय वेदों की जानकारी मिलेगी। इतना ही नहीं, इस पार्क में वैदिक काल में जिन जड़ी बूटियों और औषधियों का इस्तेमाल होता था वो पौधे भी इस पार्क में लगाए जा रहे हैं और सैलानियों को इनके बारे में जानकारी दी जाएगी।पार्क में हर रोज शाम को 7 बजे से आधे घंटे का वाटर लेजर शो आयोजित होगा जिसमें चारों वेदों और पुराण के बारे में जानकारी दी जाएगी।

3. ज्ञानोदय और आकर्षण का केंद्र

इस पार्क में आने वाले लोग पवित्र ग्रंथों की जानकारी पूर्ण प्रदर्शनियों के द्वारा पता लगा सकते हैं जो इन ऋषियों के जीवन और वेदों की शिक्षाओं के बारे में बताते हैं। पार्क की दीवारें वेदों के दृश्यों के ज्वलंत चित्रण से सजी हैं।इसके अतिरिक्त, पार्क में एक जिम और एक एम्फीथिएटर भी है, जो सौर ऊर्जा द्वारा संचालित है।

शान्ति चाहने वाले लोगों के लिए, पार्क शांत परिदृश्य के बीच योग का अभ्यास करने के लिए आदर्श ध्यान उद्यान प्रदान करता है। आगंतुक वैदिक ज्ञान केंद्र का भी दौरा कर सकते हैं, जो वैदिक साहित्य की गहराई में जाने का एक केंद्रीय केंद्र है। केंद्र वैदिक ज्योतिष, आयुर्वेद और पारंपरिक भारतीय संगीत सहित विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएं और व्याख्यान आयोजित करता है।

4. पेड़-पौधों के बारे में जानकारी

वेद वन में उन सभी पेड़-पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है जिनका उपयोग हवन-यज्ञ आदि के दौरान किया जाता है। वेद वन में पेड़ों को ग्रीन हाउस के रूप में लगाया गया है। यहां कल्प वृक्ष, बेल, आंवला, अशोक, चंदन, रीठा, आम, पीपल, बरगद आदि पेड़ लगाए गये हैं।

वेद वन पार्क का स्थान, समय एवं एंट्री फीस

पार्क सप्ताह में सातों दिन दिन खुला रहता है। ये पार्क सुबह से लेकर रात 9 बजे तक खुला रहता है। इस पार्क में सबसे ज्यादा बाहर के पर्यटक घूमने आ रहे हैं। इसका कोई टिकट मूल्य या प्रवेश शुल्क नहीं है।यहां निःशुल्क एंट्री रखी गई है।आप अपने शेड्यूल के अनुसार यात्रा कर सकते हैं। और अगर आप रात में जाते हैं तो आप लेजर शो देख सकते हैं। लेजर शो इस पार्क का सबसे दिलचस्प हिस्सा है। लेजर शो का समय शाम 7 बजे से शुरू होता हैै। वेद वन पार्क का पता और  स्थान नीचे दिया गया है जहां आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

पता/स्थान -वेद वैन रोड, एसोटेक विंडसर कोर्ट, सेक्टर 78, नोएडा, उत्तर प्रदेश 201305

 

इसे भी पढ़ें :- ओडिशा अबाधा योजना: पूरी के विकास के लिए सरकार का विशेष ध्यान, जानिए क्या है अबाधा योजना

 

About The Indian Iris

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *