उत्तर प्रदेश की सरकार किसानों को पीएम कुसुम किसान योजना के अंतर्गत सोलर पंप बांटने की तैयारी कर रही है। पीएम कुसुम किसान योजना के तहत किसानों के खेतों में यदि सरकार सब्सिडी पर सोलर पंप लगवाती है। तो ऐसे में किसानों को फसल पर अतिरिक्त लागत लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अधिकतर किसान फसलों की सिंचाई बिजली या फिर डीजल पंपसेट के माध्यम से करते थे। इसमें किसानों को खर्च भी काफी आता है। सोलर पंप सूरज की रोशनी से संचालित होगा।
योजना के अंतर्गत किसान 16 जनवरी 2024 से ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इस योजना का लाभ कृषि विभाग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर देगा। योजना का लाभ उठाने वाले किसानों का उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग में पंजीकृत होना अनिवार्य है। यदि आप एक किसान हैं और इस योजना का लाभ उठाने हेतु आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.agriculture.up.
पीएम कुसुम किसान योजना
योजना का मुख्य उद्देश्य
पीएम कुसुम किसान योजना शुरू करने का सरकार का मुख्य उद्देश्य किसानों को सिंचाई का उत्तम साधन उपलब्ध कराने के साथ साथ उनकी आमदनी में वृद्धि करना है, ताकि उन्हें आर्थिक परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।देश में चल रहे बिजली संकट की वजह से फसलों की सिंचाई भी प्रभावित हो रही है। इसका असर फसलों के उत्पादन पर नजर आ रहा है। बिजली या तेल के कारण किसानों का खर्च अधिक बढ़ जाता है। इस समस्या से किसानों को उबारने के लिए सरकार द्वारा पीएम कुसुम किसान योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से किसानों को सोलर पंप लगवाने पर सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाएगी। जिसके द्वारा बिजली का उत्पादन किया जाएगा। साथ ही सिंचाई की सुविधा का भी लाभ मिलेगा।
सोलर पंप 60% तक की सब्सिडी
पीएम कुसुम किसान योजना के तहत सरकार किसानों को सोलर पंप लगवाने पर 60% की सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा सोलर पंप स्थापित करने के लिए किसानों को ज्यादा मेहनत ना करनी पड़े इसलिए सरकार 30% तक का लोन भी देती है। किसानों को सोलर पंप की केवल 10% राशि ही खर्च करना पड़ती है।
सोलर पंप लगवाने का लाभ
सोलर पंप का उपयोग खेतों की सिंचाई के अलावा बिजली उत्पादन में भी कर सकते हैं। यदि किसानों के पास 4 से 5 एकड़ भूमि है तो साल में तकरीबन 15 लाख बिजली यूनिट का उत्पादन करेंगे। बिजली विभाग को इसे लगभग 3 रुपए 7 पैसे के टैरिफ पर बेचने पर किसान आराम से सालाना 45 लाख तक की आय हासिल कर सकते हैं। इससे किसान अपनी अतिरिक्त कमाई भी कर सकते हैं। सोलर पंप संयंत्र स्थापित करने के लिए सरकार की तरफ से किसानों 17.50 लाख तक का फंड भी दिया जाता है।
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर वितरण
पीएम कुसुम किसान योजना के तहत सोलर पंप के लिए किसानों की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर की जाएगी। किसानों को ऑनलाइन बुकिंग करते समय 5000 रुपए की टोकन मनी भी जमा करनी होगी। टोकन मनी जमा करने के एक हफ्ते तक कन्फर्म होने के बाद किसानों को सोलर पंप की बाकी बची हुई धनराशि का ऑनलाइन टोकन जनरेट कर चालान द्वारा इंडियन बैंक की किसी भी शाखा में या ऑनलाइन जमा करना होगा। धनराशि जमा ना करने की स्थिति में किसानों का आवेदन अपने आप ही निरस्त हो सकता है।
सोलर पंप की धनराशि पर मिलने वाली सब्सिडी
- 3 HP DC समर्सिबल पम्प की कीमत 232721 रुपए है, जिसमे किसानों को सरकार की तरफ से 139633 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। साथ ही किसानों को 5000 रुपए की टोकन मनी के साथ 88088 रुपए देना पड़ेगा, इनके वितरण की संख्या 270 है।
- इसी प्रकार 3HP AC समर्सिबल पम्प की कीमत 230445 रुपए है और 138267 का अनुदान मिलेगा। इसके लिए 5000 रुपए टोकन मनी के साथ 87178 रुपए देना पड़ेगा। इनके वितरण की संख्या 161 है।
- 5HP AC समर्सिबल पम्प की कीमत 327498 रुपए है, जिसमें 196499 रुपए का अनुदान मिलेगा। इसके लिए 5000 रुपए टोकन मनी के साथ 125999 रुपए देना होगा। इनके वितरण की संख्या 200 है।
- 7.5 AC समर्सिबल पम्प की कीमत 444094 रुपए है, जिसमे अनुदान 266456 रुपए मिलेगा, और 5000 रुपए टोकन मनी के साथ 172638 रुपए देना होगा। इनके वितरण की संख्या 40 है।
- और 10 HP AC समर्सिबल पम्प की कीमत 557620 रुपए है, जिसमे अनुदान 266456 रुपए मिलेगा और 5000 रुपए टोकन मनी के साथ 284164 रुपए किसानों को देना होगा। इनके वितरण की संख्या 10 है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- जमीन के कागजात
- पासपोर्ट साइज फोटो
संपर्क विवरण
पीएम कुसुम किसान योजना से संबंधित और अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु अथवा किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने हेतु आप नीचे दिए गए टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
टोल फ्री नंबर – 1800-180-3333