इस योजना का शुभारंभ साक्षरता विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा किया गया है ।इस योजना का उद्देश्य राज्य में सभी को साक्षर करना है, जिससे राज्य उन्नतशील बने । राज्य की 1925 ग्राम पंचायतों में इंटर पर्सनल मीडिया कैम्पेन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है इन ग्राम पंचायतों में सभी असाक्षर व्यक्तियों को साक्षर करने का कार्य प्रारंभ किया गया है।
मुख्य आकर्षण :
- अनपढ़ कैदियों / जन प्रतिनिधियों / मनरेगा श्रमिकों को साक्षर करना।
- सभी लोक शिक्षा केंद्र में महात्मा गाँधी लाइब्रेरी का निर्माण।
- निरक्षर महिलाओं के लिए विशेष साक्षरता शिविर।
- साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत निशुल्क सेवा देने वाले स्वयंसेवी शिक्षकों को अन्तर्राष्टीय साक्षरता दिवस के अवसर पर सम्मानित करना ।
साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत निम्न व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
- संदर्भ व्यक्ति: रु 1400
- मास्टर टेनर्स: रु 1400
- स्वयंसेवी शिक्षक: रु 1000
संदर्भ व्यक्ति, मास्टर टेनर्स एंव स्वयंसेवी शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जिलेवार लर्नर्स की संख्या के आधार पर निर्धारित किया जाता है। एक संदर्भ व्यक्ति द्वारा 30 मास्टर टेनर्स को प्रशिक्षण दिया जाता है तथा 01 मास्टर टेनर्स द्वारा 20 स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाता है। 01 स्वयंसेवी शिक्षक द्वारा 8-10 लर्नर्स की साक्षरता कक्षाओं का संचालन किया जाता है। इस प्रकार 6000 लर्नर्स पर 01 संदर्भ व्यक्ति, 200 लर्नर्स पर 01 मास्टर टेनर्स तथा 8-10 लर्नर्स पर 01 स्वयंसेवी शिक्षक को प्रशिक्षित किया जाते है ।
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