दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने लगातार सख्त कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 9 वर्षों में पीएम 10 में 42% और पीएम 2.5 में 46℅ की प्रदूषण में कमी आई है। हर साल दिल्ली सरकार गर्मी और सर्दियों के मौसम में प्रदूषण के रोकथाम के लिए ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन कार्य योजनाएँ शुरू करती है। इसी क्रम में दिल्ली में सर्दियों में होने वाले वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी 1 अक्टूबर 2023 से शीतकालीन कार्य योजना की शुरूआत करेंगे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने 26 विभागों के साथ बैठक की और विभाग को आदेश दिया कि वो सितंबर 2023 के अंतिम सप्ताह तक योजना के बारे में पूरी जानकारी प्रस्तुत करें। दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट हैं, जहां अलग-अलग रिपोर्ट और योजना प्रदान करने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में 13 टीमें तैनात की गई हैं।
शीतकालीन कार्य योजना
दिल्ली को धुंध के घनेे कोहरे से बचानेे हेेतु शीतकालीन कार्य योजना को संचालित करने के लिए 15 बिंदुओं की पहचान की गई है और विभिन्न विभागों को 25 सितंबर तक अपनी योजनाएं प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। जिन 15 बिंदुओं की पहचान की गई हैै वे हॉट स्पॉट, पराली प्रदूषण, वाहन प्रदूषण, खुले में कचरा जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, हरित युद्ध कक्ष, वास्तविक समय विभाजन अध्ययन, पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध आदि शामिल हैं। दिल्ली में सर्दियों के मौसम में फैलने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए 25 सितंबर 2023 तक सभी विभागों से योजनाएं प्राप्त होने के बाद एक व्यापक शीतकालीन कार्य योजना बनाई जाएगी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसे 1 अक्टूबर 2023 को जारी करेंगे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने विशेषज्ञों के साथ बैठक की और कहा कि सरकार ने शीतकालीन कार्य योजना तैयार करने का फैसला किया है।
ये हैं 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट
दिल्ली में प्रदूषण हॉटस्पॉट आनंद विहार, विवेक विहार, वजीरपुर, अशोक विहार, जहांगीरपुरी, रोहिणी, बवाना, नरेला, द्वारका, मुंडका, पंजाबी बाग, आरके पुरम, ओखला फेस-2 आदि हैं। शीतकालीन कार्य योजना के तहत 15 फोकस प्वाइंट और नोडल एजेंसियों की नियुक्ति होगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण कम करने और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए 13 हॉटस्पॉट के लिए अलग-अलग कार्य योजना बनाई जाएगी।
कृत्रिम बारिश का भी विकल्प
आई.आई.टी. कानपुर के विशेषज्ञों ने दिल्ली को वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए सचिवालय में कृत्रिम बारिश को लेकर एक प्रेजेंटेशन दी है। दिल्ली में प्रदूषण के गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए कृत्रिम बारिश कराने का सुझाव दिया गया है, ताकि प्रदूषण में कमी लाई जा सके। हालांकि सर्दियों के दौरान प्रदूषण के दिनों की संख्या 33 से घटकर 6 हो गई है, लेकिन इसे और कैसे कम किया जाए इस पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए कृत्रिम बारिश का सुझाव दिया गया।
ऐसे बनेगी प्रभावी शीतकालीन कार्य योजना
विभिन्न विभागों और संस्थाओं के अधिकारी और प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर शीतकालीन कार्य योजना तैयार की जाएगी। एक्सपर्ट द्वारा दिए गए सुझाव से शीतकालीन कार्य योजना को और प्रभावी बनाया जा सकेगा। दिल्ली में कृत्रिम बारिश करवाने के सभी पहुलाओं को ध्यान में रखते हुए एक डिटेल प्रजेंटेशन तैयार करने का आई.आई.टी. कानपुर को निर्देश दिया गया है। जिसे मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। उसके बाद आगे का फ़ैसला लिया जाएगा।
इन 15 बिंदुओं पर फोकस करेगी सरकार
दिल्ली में हर सर्दियों में दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए वर्षों से कई कदम उठा रही है। प्रदूषण से लड़ने के लिए लगातार नए तरीकों की आवश्यकता को पहचानते हुए, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से ईमेल पर अपने सुझाव भेजने की अपील की थी। एक सप्ताह के भीतर कई हजार सुझाव प्राप्त हुए हैं। सुझावों का विश्लेषण करने और एक सुसंगत शीतकालीन कार्य योजना तैयार करने के लिए दिल्ली संवाद और विकास आयोग को नोडल एजेंसी बनाया गया था। दिल्ली सरकार की इस शीतकालीन कार्य योजना के तहत दिल्ली सरकार जिन 15 बिंदुओं पर फोकस करेगी, वो निम्न प्रकार हैं।
- पूसा बायो-डीकंपोजर के उपयोग से पराली जलाने पर नियंत्रण
- धूल प्रदूषण पर नियंत्रण
- वाहन प्रदूषण पर नियंत्रण
- खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबन्ध
- औद्योगिक प्रदूषण पर नियंत्रण
- पटाख़ों पर प्रतिबंध
- वास्तविक समय स्रोत प्रभाजन अध्ययन
- पर्यावरण मित्र
- ई-कचरा पार्क
- हरियाली बढ़ाएं
- ग्रीन वार रूम
- ग्रीन दिल्ली मोबाइल ऐप
- वायु प्रदूषण हॉटस्पॉट पर ध्यान दें
- संशोधित जीआरएपी का कार्यान्वयन
- भारत सरकार, सीएक्यूएम और एनसीआर राज्यों के साथ बातचीत।
पर्यावरण मित्र
दिल्ली की शीतकालीन कार्य योजना के तहत 3,500 से अधिक स्वयंसेवकों ने पर्यावरण मित्र के रूप में पंजीकरण करवाया है, जिनकी एकमात्र जिम्मेदारी पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मुख्यमंत्री जी के अनुसार राज्य का हर नागरिक पर्यावरण मित्र बनने के लिए पात्र है। जो भी पर्यावरण मित्र बनने का इच्छुक हो तो वो 8448441758 नंबर पर मिस कॉल दे कर संपर्क कर सकते हैं।
शारंश – दिल्ली शीतकालीन कार्य योजना