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बालिकाओं की सरकारी योजनाएं: ये योजनाएं जिनसे बालिकाएं बन गई आत्मनिर्भर-

केंद्र सरकार द्वारा  बालिकाओं के  बेहतर भविष्य, जीवन स्तर में सुधार लाने, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए हमेशा से ठोस कदम उठाए गए हैं। और इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाने के लिए सरकार समय-समय पर बालिकाओं की सरकारी योजनाएं संचालित करती रहती है। इस समय सरकार द्वारा देश के सभी राज्यों में बालिकाओं के उत्थान एवं विकास के लिए विभिन्न योजनाओं को चलाया जा रहा है। जो कि ना केवल लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है, बल्कि उनके भविष्य को भी उज्जवल बना रही हैं।

बालिकाओं की सरकारी योजनाएं 

देश के कई ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में ऐसे परिवार हैं जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं। जो अपनी बेटियों को बेहतर शिक्षा देना तो चाहते हैं, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बालिकाओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करने में असमर्थ होते हैं। इन सभी समस्याओं को देखते हुए बालिकाओं की सरकारी योजनाएं शुरू की जाती हैं। ताकि देश की बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उनके भविष्य को उज्जवल बनाया जा सके। और देश की सभी बालिकाओं की स्थिति में सुधार किया जा सके। फिलहाल केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लड़कियों के लिए कौन-कौन सी सरकारी योजनाएं चल रही  हैं। उनकी जानकारी इस लेख के माध्यम से आज हम आपको देने जा रहे हैं। देश के सभी राज्यों में बालिकाओं के विकास और उनके उत्थान के लिए भारत सरकार द्वारा कई प्रकार की सरकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

योजनाओं का मुख्य उद्देश्य

भारत सरकार द्वारा बालिकाओं की सरकारी योजनाएं शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश की सभी बालिकाओं का समुचित विकास करना है। लड़कियों के लिए सरकारी योजना के माध्यम से बालिकाओं की शिक्षा में वृद्धि करना, लड़कियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना, कन्याओं एवं महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना, छात्रवृत्ति का लाभ प्रदान करके उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना, गरीब परिवारों की बेटियों की शादी कराना, भ्रूण हत्या और लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव को समाप्त करना, समाज में बेटियों की स्थिति को मजबूत करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना आदि उद्देश्यों की पूर्ति की जाती है।

1. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना

देश में लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव को दूर करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भारत सरकार की एक खास पहल है। जो पूरे देश में लागू है। इस योजना के माध्यम से पूरे देश में बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को पानीपत हरियाणा में लांच किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से बालिकाओं के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण को बदलने में सहायता मिलती है। यह योजना शिक्षा पर आधारित योजना है। देश के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से इस योजना को संचालित किया जा रहा है।

 उद्देश्य

बचपन से ही बालिकाओं के अस्तित्व और सुरक्षा को सुनिश्चित करना और लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव को दूर करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।देश की लड़कियों की शिक्षा में भागीदारी सुनिश्चित करना और बालिकाओं के लिए उच्च शिक्षा को सुनिश्चित करना भी इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।

2. सुकन्या समृद्धि योजना

यह एक प्रकार की विशेष बचत योजना है। इस योजना के माध्यम से 10 वर्ष की आयु की बालिकाओं को लाभ प्रदान किया जाता है। यदि आप इस योजना के तहत अपनी बेटी का 10 साल से कम आयु में बैंक खाता खुलवाते हैं तो आपकी बेटी को प्रत्येक वर्ष कुछ धनराशि जमा करने पर अच्छा ब्याज प्राप्त होता है। आपको अगले 18 साल तक बेटी के खाते में राशि जमा करनी होती है। उसके बाद लड़की की आयु 21 साल पूरी होने पर जमा राशि को एक साथ निकाला जा सकता है।

उद्देश्य

देश की बेटियों को आत्मनिर्भर एवं शिक्षित बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत 2015 में की गई थी। इस योजना से प्राप्त राशि का उपयोग बेटी की शादी या शिक्षा जैसे आवश्यक कार्य के लिए किया जा सकता है। जिससे परिवार पर बेटियां बोझ नहीं बनेगी।

3. सीबीएसई उड़ान योजना

केंद्र सरकार द्वारा लड़कियों के लिए सीबीएसई उड़ान योजना को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया है। इस योजना को देश की सभी लड़कियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए संचालित किया जा रहा है। सीबीएसई उड़ान योजना के तहत बालिकाओं को विज्ञान और गणित से अपनी पढ़ाई पूरी करने पर उच्च शिक्षा प्रदान करने हेतु छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। देश की ऐसी सभी बालिका जो 12वीं के बाद इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहती है वह सीबीएसई उड़ान योजना के तहत आवेदन कर छात्रवृत्ति का लाभ प्राप्त कर सकती है।

उद्देश्य

देश की बालिकाओं को मुफ्त पाठ्यक्रम सामग्री और ऑनलाइन जैसे शिक्षा से संबंधित अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। मेधावी छात्रों के लिए सीखने और सलाह देने के अवसर प्रदान करना। सभी योग्य छात्राओं को तकनीकी कॉलेज में एडमिशन दिलवा कर उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना भी इस योजना के मुख्य उद्देश्य है।

4. बालिका समृद्धि योजना

केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई बालिका समृद्धि योजना एक छात्रवृत्ति योजना हैं। जो गरीब परिवारों की बेटियों को आर्थिक लाभ प्रदान करने के लिए संचालित की जा रही है। इस योजना का लाभ एक परिवार की अधिकतम दो बालिकाओं को प्रदान किया जाता है। बालिका समृद्धि योजना के माध्यम से सरकार उन बेटियों को लाभ प्रदान करती है, जो  गरीबी रेखा से नीचे परिवारों से हैं। इस योजना के तहत उनकी माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में बालिकाओं की स्थिति में सुधार करना, लड़कियों के बाल विवाह को रोकना, स्कूलों में लड़कियों की संख्या में वृद्धि करना, बेटियों का शैक्षिक विकास करना, नवजात बच्ची के जन्म के बाद बालिका की मां को सरकार द्वारा 500 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करना, पहली कक्षा से 10वीं कक्षा तक बेटी की शिक्षा के लिए वार्षिक छात्रवृत्ति दे कर उन्हें शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना आदि है।

5. अखिल भारतीय योजना

अखिल भारतीय योजना केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा संचालित है। इस योजना के माध्यम से बालिकाओं को माध्यमिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।  जो लड़कियां कक्षा 8 उत्तीर्ण कर चुकी हैं, और एससी और एसटी वर्ग के अंतर्गत आती है, उनके लिए इस योजना को शिक्षा के क्षेत्र में वृद्धि करने के लिए और बालिकाओं को माध्यमिक शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने हेतु शुरू किया गया था। देश की SC और ST वर्ग की सभी बालिकाओं को इस योजना में 8वीं पास करने पर 3000 रुपए का आर्थिक लाभ दिया जाता है।

उद्देश्य

इस योजना के माध्यम से विशेष रूप से भारत के पिछड़े वर्गों की लड़कियों को आर्थिक लाभ देना और शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।

6. मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना

यह एक प्रकार की बचत योजना है। जिसे मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य की लड़कियों के लिए वर्ष 2007 में आरंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत लड़कियों के परिवार को 5 साल की निश्चित अवधि के लिए 6000 रुपए निवेश करने होते हैं। निश्चित अंतराल में बालिका को इस योजना के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक लाभ दिया जाता है। बालिका की आयु 21 वर्ष होने पर जमा राशि को निकाला जा सकता है।

उद्देश्य

मध्यप्रदेश राज्य सरकार द्वारा लड़कियों के लिए मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के बाल विवाह और भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों पर रोक लगाना है।

7. मुख्यमंत्री राजश्री योजना

बेटियों के भविष्य को सुरक्षित रखने एवं उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा मुख्यमंत्री राजश्री योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत उन बेटियों को लाभ प्रदान किया जाता है जिनका जन्म 1 जून 2016 के बाद सरकारी हास्पिटल में हुआ है। मुख्यमंत्री राजश्री योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 50,000 रुपए की राशि अलग-अलग किस्तों में बालिका के सर्वांगीण विकास के लिए दी जाती है। इस राशि को 6 किस्तों में प्रदान किया जाता है। जिससे बेटियों का पालन पोषण आसानी से किया जा सके।

उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की बालिकाओं को स्कूल में प्रवेश करने में सहायता प्रदान करना और उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के माध्यम से बालिकाओं के परिवार को जन्म से लेकर उसकी उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहायता का लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ एक परिवार की केवल दो बेटियों को दिया जाता है।

8. मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना

बिहार सरकार द्वारा राज्य की बालिकाओं के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से कन्या के जन्म के समय कन्या के माता पिता को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। राज्य के ऐसे परिवार जो आर्थिक रुप से कमजोर हैं। वे अपनी बेटी के जन्म प्रमाण पत्र को दिखाकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के तहत राज्य के सभी गरीब परिवार की बेटियों के जन्म होने पर उनके माता-पिता को 2000 रुपए प्रदान किए जाते हैं। आंगनवाड़ी केंद्र में आवेदन पत्र जमा कर इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।

उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों को रोकना है। बालिकाओं के जन्म पर परिवार को प्रोत्साहित करना। ऐसे गरीब परिवार जो बेटियों को बोझ समझते हैं उनकी इस सोच को बदलने के लिए बेटी के जन्म पर 2000 रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। समाज में बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना भी इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।

शारंश – बालिकाओं की सरकारी योजनाएं 

हमने यहाँ आपको बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए बालिकाओं की कुछ सरकारी योजनाओं के बारे में सभी जानकारी दी है। उम्मीद करते है की आपको सभी जानकारी पंसद आई होगी। इस तरह आप पूरी जानकारी प्राप्त कर इस योजना के तहत आवेदन करके उसका लाभ उठा सकते हैं। अगर आप अन्य किसी योजनाओं की जानकारी लेना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट में दी गई अन्य योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और उस योजना से मिलने वाले लाभों को ले सकते हैं। दोस्तों कैसी लगी आपको योजनाओं के बारे में संपूर्ण जानकारी, आप हमें Comment box में बताना ना भूलें। और यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी Social Media Sites, Facebook, Instagram, twitter, what’s app पर ज़रुर शेयर करें। ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और वे भी इसका लाभ उठा सकें।

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