भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की एक बड़ी आबादी अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करती है। किसान भी फसलों से बेहतर उत्पादन के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं। इस बीच सरकार भी किसानों का ये काम आसान बनाने के लिए कृषि योजनाओं का लाभ देती है।
केंद्र व राज्य सरकार की योजनाएं लगभग सामान्य रूप से सभी किसानों के लिए चलाई जाती हैं। किसानों की समस्या समाधान के इस भाग में आपके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार की एक प्रमुख योजना की जानकरी आपको दे रहे हैं, आप भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं |
हिम उन्नति योजना 2023
इस योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा की गई है। जिसके अंतर्गत हिमाचल प्रदेश की सरकार राज्य के सभी जिलों में अलग-अलग जगहों पर क्लस्टर स्थापित करेगी। हिमाचल प्रदेश सरकार क्लस्टर का निर्माण करने हेतु 150 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
हिमाचल प्रदेश सरकार का हिम उन्नति योजना शुरू करने का मुख्य लक्ष्य राज्य में कुल 2603 क्लस्टर बनाना है। अभी तक हिमाचल प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत 889 क्लस्टर चिन्हित किए गए हैं जिनमें से पहले चरण के अंतर्गत 286 क्लस्टर का कार्य भी शुरू किया जा चुका है।
इस योजना के शुरू होते ही सभी कृषि अधिकारी प्रदेश के सभी गांवों की विजिट करेंगे और किसानों की जो भी समस्याएं है उनको नोट डाउन करके उनका समाधान करने की कोशिश की जाएगी। योजना के अंतर्गत कृषि अधिकारी द्वारा कृषि विकास, राष्ट्रीय खेती मिशन और पोषक अनाज के बारे में डिटेल जानकारी किसानों को प्रदान की जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य
हिम उन्नति योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को दोगुना करना है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर क्लस्टर स्थापित करने का प्लान बनाया है। इस योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के सभी जिले में किसानों के द्वारा की गई खेती का रिकॉर्ड रखा जाएगा।
सभी जिलों में कॉल सेंटर की सुविधा भी शुरू की जाएगी ताकि जरूरत पड़ने पर किसान भाई कॉल सेंटर की मदद से अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकें। किसानों को अपने आय दोगुनी करने के लिए खेती किसानी से संबंधित किसी भी तरह की जो भी समस्याएं है उसका समाधान योजना के माध्यम से किया जा सकेगा।
हिम उन्नति योजना के लाभ और विशेषताएं
- हिम उन्नति योजना के अंतर्गत राज्य में सरकार द्वारा कुल 2603 क्लस्टर बनाए जाएंगे। फिलहाल इस योजना के तहत 286 क्लस्टर बनाने का कार्य आरंभ भी किया जा चुका है।
- यह योजना हिमाचल प्रदेश के माध्यम से किसानों को अपनी आय दोगुना करने में सहायक होगी।
- अगर खेती किसानी से संबंधित किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान प्राप्त करना है तो वह क्लस्टर के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकता है।
- इस योजना के कारण हिमाचल प्रदेश राज्य में किसान आत्म निर्भर व सशक्त बनेंगे जिसकी वजह से पूरा हिमाचल प्रदेश राज्य उन्नति की ओर बढ़ेगा।
- राज्य के प्रत्येक जिले में जलवायु के हिसाब से कौन सी खेती करना अच्छा रहेगा उसकी जानकारी भी किसानों को बताई जाएगी। ताकि अधिक से अधिक उत्पादन किया जा सके।
- इस योजना के माध्यम से एकीकृत एवं समग्र कृषि गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- हिम उन्नति स्कीम के पहले फेज में सरकार ने 150 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है।
- इसके अलावा सभी फसलों के अलग अलग क्लस्टर बनाए जाएंगे जैसे की फल के क्लस्टर, सब्जी के क्लस्टर, मोटे अनाजों के क्लस्टर आदि।
योजना हेतु योग्यताएं
जो भी इच्छुक किसान इस योजना का लाभ उठाने हेतु आवेदन करना चाहते हैं उनके पास निम्न योग्यताओं का होना अनिवार्य है।
- आवेदक को हिमाचल प्रदेश का मूल निवासी होना अनिवार्य है । क्योंकि केवल हिमाचल प्रदेश के किसानों को हिम उन्नति योजना का लाभ प्राप्त होगा।
- आवेदन कर्ता की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
जो भी इच्छुक किसान इस योजना का लाभ उठाने हेतु आवेदन करना चाहते हैं उनके पास निम्न योग्यताओं का होना अनिवार्य है।
- मूल निवास प्रमाणपत्र
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आयु प्रमाणपत्र
हिम उन्नति योजना हेतु आवेदन प्रक्रिया
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा फिलहाल 286 क्लस्टर बनाने की प्रक्रिया का आरंभ किया जा चुका है। जैसे ही यह क्लस्टर बन जाएंगे उसके पश्चात हिमाचल सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी जारी की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा जब भी योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त होगी, हम आपको अपनी इसी वेबसाइट के माध्यम से सबसे पहले जानकारी प्रदान करेंगे। ताकि आप भी योजना का लाभ सबसे पहले उठा सके।
संपर्क विवरण
अभी तक हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा इस योजना से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर भी जारी नहीं किया है। परन्तु बहुत जल्द ही हेल्पलाइन नंबर की सुविधा भी जारी कर दी जाएगी तब हम आपको इसी वेबसाइट के माध्यम से बताएंगे ।