देश में महंगाई के दौर में गेहूं और आटे की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। इसके चलते लोगों की रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। इसे देखते हुए पंजाब सरकार ने राज्य में मुफ्त आटा योजना शुरू करने का फैसला किया है। ताकि गरीब परिवारों के लोगों को भूखा न रहना पड़े। पंजाब सरकार ने 27 नवंबर 2023 को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के मौके पर राज्य में गरीबों के लिए गेहूं और आटे की होम डिलीवरी की योजना को लागू करने का फैसला लिया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से तैयार की गई योजना की रूपरेखा को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी हरी झंडी दे दी है।
मुफ्त आटा योजना
मुफ्त आटा योजना के तहत होम डिलीवरी अगले साल जनवरी में ही शुरू हो सकेगी, लेकिन इस योजना का औपचारिक आगाज नवंबर के महीने हो जाएगा। योजना से राज्य में प्रधानमंत्री कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत 1.42 करोड़ लाभपात्रों को घर बैठे आटा मिल सकेगा। योजना के तहत हर महीने 72500 मीट्रिक टन राशन बांटेगी। योजना के प्रारूप के अनुसार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक्ट के अधीन अक्तूबर से दिसंबर तक की अवधि के लिए गेहूं का आवंटन किया जा चुका है और लाभपात्रों में इसका वितरण भी शुरू हो चुका है। अगले साल जनवरी में लाभपात्रों को होम डिलीवरी मिलेगी। सरकार ने गेहूं की पिसाई के लिए तीन दर्जन आटा मिलों की भी पहचान कर ली है।
आवश्यक शर्तें
योजना का मुख्य उद्देश्य
मुफ्त आटा योजना शुरू करने के पीछे पंजाब सरकार का मुख्य उद्देश्य लोगों के घरों तक मुफ्त में आटा पहुंचाना है। ताकि गरीब परिवारों के लोगों को भूखा न रहना पड़े। और लोगों के घर पर ही आटा पहुंचने के कारण लोगों के समय की बचत भी होगी। अभी तक सभी को दुकान पर जाकर गेहूं खरीदना उसके बाद उसकी सफाई करना उसके पश्चात उसे चक्की में देना। यह सभी प्रोसेस नहीं करनी पड़ेगी। इसके कारण समय, मेहनत, पैसा और ऊर्जा की बचत होगी।
शुरू हो गया योजना पर काम
बाकी जिलों में घर-घर आटा पहुंचाने की योजना के तहत मार्कफेड द्वारा नए डिपो अलॉट किए जाने हैं। इसके साथ ही गांवों में गेहूं का भंडारण और पिसाई के बाद मार्कफेड द्वारा घर-घर आटा पहुंचाने के लिए जगह-जगह पंचायतें देखी जा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा की गई तैयारियों के चलते प्रत्येक लाभार्थी को पहले पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एमएसएस भी भेजा जाएगा, जिसमें आटा डिलीवरी एजेंट का नाम और मोबाइल नंबर भी होगा।
योजना का क्रियान्वयन
आटा मिलों वाले गोदामों से गेहूं उठाएंगे और पिसाई के बाद राशन डिपो को आटे की डिलीवरी देंगे। आटा मिलें पांच व 10 किलो की पैकिंग में आटा पैक करेंगी। करीब 3500 राशन डिपो के जरिये योजना का क्रियान्वयन होगा। चार कंपनियों को टेंडर के जरिये घर-घर आटा पहुंचाने का काम अलाॅट कर दिया है। पहले इस योजना के तहत प्रत्येक तीन माह पर होम डिलीवरी का फैसला लिया गया था, लेकिन अब हर महीने होम डिलीवरी की जाएगी। पूरी योजना पर करीब 670 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
शारंश – मुफ्त आटा योजना पंजाब