उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों की लड़कियों को मिलेगी अब वोकेशनल ट्रेनिंग ( व्यवसायिक प्रशिक्षण )
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फिर एक नया सराहनीय प्रयास किया है। जिसके तहत उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकार ने कहा है कि कौशल विकास मिशन को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। स्कूल शिक्षा महानिदेशक श्री विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है और इन सभी सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा छात्राओं को इस कार्यक्रम से जोड़ने का निर्देश दिया है।
आदेश में कहा गया है कि जिला स्कूल निरीक्षक, प्रधानाचार्य, डी पी एम यू, कौशल विकास मिशन के जिला समन्वयक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों, के सहयोग से सामुदायिक स्तर पर व्यवसायिक प्रशिक्षण के महत्व पर जागरूकता जगाने के लिए सभी छात्राओं के माता-पिता के साथ मीटिंग करेंगे। और यह भी कहा गया है कि व्यवसायिक प्रशिक्षण में ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को शामिल करने के लिए कौशल विकास योजना की शुरुआत की जानी चाहिए। इस तरह के प्रशिक्षण के लिए एक कमरा और फर्नीचर की भी व्यवस्था की जानी चाहिए।
प्रशिक्षण की निगरानी हेतु प्रशिक्षक नियुक्त करें-
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया है कि यदि प्रशिक्षण के लिए कोई कमरा अलग से मौजूद नहीं है तो छात्रावास के अंदर ही एक कमरे को प्रशिक्षण कक्ष के रूप में परिवर्तित किया जाना चाहिए। नोडल के रूप में एक प्रशिक्षण के दौरान पूरे समय के लिए एक प्रशिक्षक को नियुक्त किया जाना चाहिए ताकि कार्यक्रम की सारी गतिविधियां पर निगरानी रखी जा सके। इसके अलावा पाठ्यक्रम शुरू होने से पहले प्रशिक्षण सामग्री भी प्रशिक्षण में भाग लेने वाली संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
(वोकेशनल ट्रेनिंग ) व्यवसायिक प्रशिक्षण से मिलने वाले फायदे-
कहा गया है कि ( वोकेशनल ट्रेनिंग ) व्यवसायिक प्रशिक्षण में चुनाव के लिए पहले छात्राओं की काउंसलिंग की जाएगी। जिसके दौरान उन्हें उनकी पसंद के ट्रेड के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसके बाद उस ट्रेड के हिसाब से छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण से लड़कियों को उनके करियर बनाने में मदद मिलेगी, साथ ही उनका भविष्य भी उज्जवल होगा। यू पी सरकार ने कहा है कि संस्थानों की पूरी तरह से भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
छात्राओं की पसंद का दिया जाएगा ट्रेड-
छात्राओं को उनकी रुचि के अनुसार ट्रेड सौंपा जाएगा, जिसमें प्रेरणा पोर्टल पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं को उनकी उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य है। यह भी निश्चित किया जाएगा कि संस्थान में नामांकित सभी छात्राएं प्रशिक्षण में पूर्ण रूप से भाग लें। साथ ही एक चेतावनी भी दी गई है। भौतिक सत्यापन अथवा औचक निरीक्षण के दौरान अलग परिस्थितियों में पाए जाने पर छात्रा को कठोर अनुशासानात्मक सजा का सामना करना पड़ेगा।
कौशल विकास मिशन के सहायक निदेशक श्री राजीव यादव जी ने कहा है कि कुल इसके अंतर्गत 54 कस्तूरबा बालिका विद्यालयों को सूचना दी गई है। इन संस्थाओं में जल्द ही प्रशिक्षण कार्य शुरू होगा। इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
इसके अलावा छात्राओं की सुरक्षा के लिए सेफ्टी किट भी वितरित की जाएगी। पहले 10 दिनों के प्रशिक्षण के बाद लड़कियों को यह विशेष किट दी जाएगी।