यदि आप एक किसान हैं, और अपनी खेती से संबंधित सभी सेवाओं व सुविधाओं को प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसान समृद्धि केंद्र योजना को लागू किया गया है। इस योजना के जरिए किसानों को भूमि से संबंधित हर प्रकार की जानकारी एक ही जगह पर उपलब्ध कराई जाएगी। जिसके जरिए पूरे देश में लगभग 600 किसान समृध्दि केंद्र खोले जाएंगे। इस केंद्र की मदद से किसान अपना सामाजिक व आर्थिक विकास सुनिश्चित कर सकते हैं और बेहतर उत्पादन करके इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैैं।
पीएम कृषक समृद्धि केंद्र योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 600 किसान समृद्धि केंद्र का उद्घाटन करते हुए देश में पीएम कृषक समृद्धि केंद्र योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत देश में लगभग 3.3 लाख से ज्यादा खुदरा उर्वरक दुकानों को चरणबद्ध तरीके से किसान समृद्धि केंद्रों में बदला जाएगा। इन किसान समृद्धि केंद्रों पर किसानों को खाद के साथ-साथ बीज, कीटनाशक, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, व खेती-किसान से जुड़ी कई तरह की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, और किसान इन केंद्रों से वन नेशन वन योजना के तहत फर्टिलाइजर खाद भी खरीद सकेंगे। यह सभी केंद्र वन स्टॉप शॉप की तरह विकसित किए जाएंगे।
योजना का मुख्य उद्देश्य
पीएम किसान समृध्दि केंद्र योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को खाद, बीज, खेती से जुड़े उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग और खेती से जुड़ी सारी जानकारी एक ही जगह में उपलब्ध करवाना है। किसान समृद्धि केंद्र किसानों के लिए सिर्फ उर्वरक खरीद और बिक्री का केंद्र नहीं है, यह एक संपूर्ण रूप से किसानों के साथ घनिष्ठ नाता जोड़ने वाला, उनकी हर आवश्यकता को सुनिश्चित करने वाला केंद्र है। किसान समृद्धि केंद्र पर किसानों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक भी किया जाएगा। ताकि वे अपने हित में संचालित योजनाओं का लाभ उठा सकें। किसानों को खेती से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी एक ही जगह प्रदान करना और किसानों के लिए देश में किसान समृद्धि केंद्र खोलना, जिससे किसानों की हर समस्या का समाधान हो सके। यह भी इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। ये योजना किसानों को आत्म-निर्भर व सशक्त बनाएगी।
पीएम कृषक समृद्धि केंद्र योजना के मुख्य लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना का लाभ देश के सभी किसानों को मिलेगा।
- योजना के तहत देश में 600 पीएम किसान समृद्धि केंद्र खोले जाएंगे।
- देश में लगभग 3,30,499 खुदरा उर्वरक दुकानों को किसान समृद्धि केंद्रों में बदला जाएगा।
- ये केंद्र कृषि मंडियों के आसपास ही होंगे ताकि किसान इन तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
- किसानों को कृषि समृद्धि केंद्रों पर कृषि उपज को बढ़ाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र व एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के विशेषांक सलाह व विशेष जानकारी भी प्रदान करेंगे।
- यह कार्यक्रम 1 महीने में या 15 दिन में एक बार आयोजित किया जाएगा।
- इन केंद्रों पर किसान उर्वरक, कीटनाशक की खरीद करने के साथ-साथ कई तरह के फार्म उपकरण, मशीनरी आदि भी किराए पर ले सकेंगे।
- इसके अलावा किसान इन केंद्रों पर कृषि से संबंधित परामर्श के साथ मिट्टी की जांच आदि की सुविधा भी उठा सकेंगे।
- वन नेशन वन फर्टिलाइजर योजना के तहत भारत ब्रांड का उर्वरक भी किसान समृध्दि केंद्रों पर बेचा जाएगा।
- अब किसानों को खेती से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी और जरूरत का सामान प्राप्त करने के लिए अलग-अलग जगहों पर नहीं जाना पड़ेगा।
पीएम कृषक समृद्धि केंद्र योजना हेतु योग्यताएं
- आवेदक किसान को भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- सभी उम्र के किसानों को योजना का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- जमीनी कागज़
- मोबाइल नम्बर
किसान समृद्धि केंद्र खोलने हेतु आवेदन प्रक्रिया
- योजना के तहत अपना पीएम किसान समृद्धि केंद्र खोलने के लिए सबसे पहले आपको अपने जिले के कृषि कार्यालय में जाना होगा।
- वहां से आपको कृषि सलाहकार से आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा,
- अब आपको इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों को भरना होगा।
- इसके बाद आवेदन फार्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों को सलंग्न करना होगा।
- अन्त में आपको सभी दस्तावेजों व आवेदन फॉर्म को कृषि सलाहकार के पास जमा करना होगा।
- इसके बाद आपका फिजिकल वैरिफिकेशन किया जायेगा और सब कुछ सही होने पर आप अपना पीएम किसान समृद्धि केंद्र खोल सकते हैै, और इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।