इस बार प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन बहुत ही खास दिन पड़ रहा है। दरअसल 17 सितंबर के दिन पीएम मोदी का जन्मदिन भी है और इसी दिन विश्वकर्मा जयंती भी है। ऐसे में इस खास मौके पर प्रधानमंत्री 13,000 करोड़ रुपए की पीएम विश्वकर्मा योजना को लॉन्च करेंगे। जिससे सीधे तौर पर 30 लाख कामगारों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया था। देश के छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक मदद के लिए केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी है। पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए केंद्र सरकार ने 13,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिसका लक्ष्य वित्तवर्ष 2023-24 में 30 लाख कामगारों को लाभ देना है। 17 सितंबर को लॉन्च हो रही इस योजना को तीन मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय की ओर से लागू किया जाएगा।
जाने क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?
योजना का उद्देश्य
पीएम विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य देश के उत्पादन में वृद्धि करने के लिए पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाएगा। साथ ही इससे लघु उद्योग को भी बढ़ावा मिल सकेगा। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ देना है। इस योजना के जरिए लोन लेने में आसानी होगी, तकनीक के क्षेत्र में मदद मिलेगी, डिजिटल सशक्तिकरण होगा। देश की करीब 140 से अधिक जातियों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है।
निर्धारित बजट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार इस योजना पर 13 हजार करोड़ से लेकर 15 हजार करोड रुपए तक का बजट खर्च किया जाएगा। इस योजना का लाभ देश के बड़े वर्ग तक पहुंचाने के लिए सरकार कोई भी कसर बाकी नहीं रखना चाहती। इस योजना की शुरुआत से सरकार का लक्ष्य परंपरागत कौशल रखने वाले श्रमिकों के बीच अपना आधार बढ़ाना भी है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के मुख्य लाभ
इस योजना के तहत शिल्पकारों को सरकार द्वारा एमएसएमई सेक्टर का हिस्सा बनाया जाएगा, इसके साथ ही अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करने में उन्हें एमएसएमई मूल्य श्रंखला के साथ एकत्रित करते हुए सक्षम बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें ट्रेनिंग फंडिंग प्रदान की जाएगी। इसके अलावा उन्हें तकनीकी सुविधाओं का भी लाभ प्रदान किया जाएगा। पीएम विश्वकर्मा कौशल योजना के माध्यम से आने वाले समय में सभी पात्र हितग्राहियों को सरकार द्वारा कमाई करने हेतु रोजगार भी प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही कारीगरों के प्रोडक्ट की मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन में भी सहायता की जाएगी और प्रोडक्ट की क्वालिटी में भी सुधार किया जाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य तथ्य
पीएम मोदी द्वारा शुरू होने वाली इस योजना की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं।
- इस योजना के तहत नए स्किल्स, टूल्स, क्रेडिट सपोर्ट और मार्केट सपोर्ट दिया जाएगा।
- योजना के तहत दो तरह के स्किल ट्रेनिंग होगी, बेसिक और एडवांस।
- ट्रेनिंग के दौरान रोजाना 500 रुपये की स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।
- मॉडर्न टूल्स खरीदने के लिए सरकार 15,000 रुपये का सपोर्ट देगी।
- एक लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा। इस पर अधिकतम 5% का ब्याज होगा।
- एक लाख के सपोर्ट के बाद अगले ट्रांच में 2 लाख तक का लोन मिलेगा।
- ब्रांडिंग, ऑनलाइन मार्केट एक्सेस जैसा सपोर्ट दिया जाएगा।
योजना हेतु योग्यताएं
- विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना के तहत बढ़ई, लुहार, सुनार, मूर्तिकार और कुम्हार जैसे पारंपरिक कारीगारों को इस योजना के लिए पात्र माना जाएगा।
- इस योजना का सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, महिलाएं और गरीब वर्ग के लोगों को लाभ दिया जाएगा।
आवश्यक दस्तावेज
मोदी सरकार द्वारा संचालित इस पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने के लिए जिन आवश्यक दस्तावेज की जरूरत होगी वो इस प्रकार हैं।
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट विवरण
पीएम विश्वकर्मा योजना हेतु आवेदन प्रक्रिया
पीएम विश्वकर्मा योजना अभी 17 सितंबर, 2023 से शुरू होगी। खास बात तो ये है कि इस दिन विश्वकर्मा जयंती भी है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्म दिवस भी। इस योजना के लिए आवेदन करने हेतु आवेदन प्रक्रिया के बारे में अभी सरकार द्वारा सूचना नहीं दी गई है। यह भी ज्ञात नहीं है कि इस योजना के लिए आवेदन ऑफलाइन होंगे अथवा ऑनलाइन। जैसे ही सरकार द्वारा आवेदन प्रक्रिया के संबंध में कोई भी सूचना जारी की जाएगी, हम आपको अपनी वेबसाइट के माध्यम से सबसे पहले बताएंगे। इसके लिए आप हमारे साथ बने रहें। हमारी वेबसाइट से लगातार जुड़े रहें।