राजस्थान की पुरानी कांग्रेस सरकार द्वारा चलाए गए राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को राजस्थान की नई बीजेपी सरकार ने बंद करने का फैसला किया है। राजस्थान का ये कार्यक्रम 31 दिसंबर 2023 से बंद कर दिया जाएगा। इस योजना की शुरुआत बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के द्वारा की गई थी, जिसे युवा विकास प्रेरक नाम दिया गया था। इस योजना का उद्देश्य घर-घर जाकर लोगों को सरकारी सेवाओं के बारे में जागरुक कराना था। इस योजना से लगभग पांच हजार युवा जुड़े हुए थे, जिन्हें दस हजार रुपए तक स्टाइपेंड भी दिया जाता था।
क्या था कार्यक्रम
इस योजना के तहत योग्य लोगों को राजस्थान सरकार के साथ छह महीने की इंटर्नशिप करने का मौका मिलता था। इंटर्नशिप के बाद राजीव गांधी युवा मित्र प्रमाण पत्र दिया जाता था। इंटर्नशिप की अवधि उम्मीदवार के प्रदर्शन के आधार पर हर छह महीने में बढ़ाई जाती थी। इंटर्नशिप की अधिकतम अवधि दो साल होती थी। राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम में शामिल होने वाले युवाओं को सरकारी योजनाओं का सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार की जिम्मेदारी दी जाती थी। इसके अलावा इन्हें घर-घर जाकर लोगों का सर्वे करना, योजनाओं में नाम जुड़वाना, कार्ड बनवाने जैसे काम भी दिए जाते थे।
काम और जिम्मेदारी से कोई समझौता नहीं
मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि नई राजस्थान सरकार काम और जिम्मेदारी से किसी भी तरह का समझौता कोई नहीं करेगी। सभी चिकित्सक, अधिकारी एवं कर्मचारी समय निष्ठा के साथ अपना कार्य करें। देर से आने वाले एवं नदारद रहने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएंगे। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नियमित एवं प्रभावी मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल के एक अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया जाएगा। रोटेशन बेसिस पर अस्पताल के स्टाफ की ड्यूटी ओपीडी, आईसीयू आदि सभी वार्डाें में लगाई जाएगी ताकि कहीं भी स्टाफ की कमी ना हो। रात्रि में भी पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। अस्पताल परिसर में प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था को और अधिक सुगम बनाया जाएगा।