तेलंगाना में मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की सरकार द्वारा स्कूली छात्रों के लिए मुख्यमंत्री नाश्ता योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना का उद्देश्य करीब 23 लाख सरकारी स्कूली छात्रों को भोजन उपलब्ध कराना है। तेलंगाना सरकार ने गरीब परिवारों के छात्रों को भोजन उपलब्ध कराने के साथ-साथ पढ़ाई के प्रति उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के फैसले के बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया हैं। राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत कर छात्रों के कल्याण में निरंतर सहयोग कर रहे मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने छात्रों के कल्याण की दिशा में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है।
दशहरे के उपहार स्वरूप, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 24 अक्टूबर से राज्य भर के सरकारी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों में कक्षा 1 से 10 तक में पढ़ने वाले छात्रों को मुख्यमंत्री नाश्ता योजना के तहत नाश्ता प्रदान करने का निर्णय लिया है। सरकार की इस योजना में छात्रों को अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ अच्छा पोषण देने का भी प्रावधान है।
मुख्यमंत्री नाश्ता योजना
राज्य सरकार ने इस योजना के लिए 672 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। मुख्यमंत्री नाश्ता योजना को तेलंगाना के 27,147 सरकारी स्कूलों में लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 10 तक के 23 लाख से अधिक छात्र हैं। स्कूल शुरू होने से लगभग 45 मिनट पहले छात्रों को उनकी टेबल पर गर्म नाश्ता परोसा जाएगा। तेलंगाना के सरकारी स्कूलों में अब लगभग 20 लाख छात्रों को नाश्ता मिलेगा जिसमें पोहा, उग्गानी, बाजरा इडली या सब्जी पुलाव शामिल होगा। हैदराबाद के मुख्यमंत्री जल्दी ही मुख्यमंत्री नाश्ता योजना को लॉन्च करेंगे। मोबाइल ऐप के जरिए इस पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
योजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को बढ़ी हुई सुविधाएं भी मिल रही हैं। शहरी क्षेत्रों में नगर निगम आयुक्तों और ग्रामीण क्षेत्रों में अतिरिक्त जिला कलेक्टरों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। योजना को लागू करने के लिए शिक्षा, पंचायत राज, महिला और बाल कल्याण विभाग सामूहिक रूप से काम करेंगे। खाद्य निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण यह सुनिश्चित करेगा कि नाश्ते की गुणवत्ता बनी रहे।
योजना का मुख्य उद्देश्य
कक्षा 10वीं तक के छात्रों को मिलेगा लाभ
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री नाश्ता योजना को कक्षा 10वीं तक के छात्रों के लिए लागू किया है। राज्य सरकार ने पहले 24 अक्टूबर को विजयादशमी के मौके पर पहली कक्षा से 10वीं तक के स्कूली बच्चों के लिए इसे शुरू करने की योजना बनाई थी। हालांकि, इसे पहले लागू कर दिया गया। एक सरकारी आदेश में पहले कहा गया था कि यह योजना सभी कार्य दिवसों पर सरकारी और स्थानीय निकायों के स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों पर लागू होगी।
मिलेगा स्वादिष्ट एवं पौष्टिक नाश्ता
योजना की शुरुआत राज्य में 27,147 सरकारी स्कूलों में लागू होगी। मुख्यमंत्री नाश्ता योजना के माध्यम से स्वादिष्ट एवं पौष्टिक नाश्ता उपलब्ध कराया जाएगा। योजना के तहत छात्रों को मिलने वाले भोजन की क्वालिटी बनी रहे, इसके लिए भोजन की क्वालिटी का बार-बार और नियमित रूप से परीक्षण करने के लिए सैंपल एकत्र किए जाएंगे। नाश्ते के मेन्यू में इडली सांबर, गेहूं रवा, उपमा चटनी, पूरी, आलू खोरमा, टमाटर भात, खिचड़ी और पोंगल शामिल हैं।ये नाश्ता स्कूल में तैयार किया जाएगा और सुबह की प्रार्थना यानी 9:30 बजे से पहले छात्रों को खाना परोसा जाएगा। छात्रों को खाने में बाजरा के साथ ही रवा खिचड़ी, सांबर, रवा पोंगल और चटनी दिया जाएगा।
सरकार का 400 करोड़ रुपए होंगे खर्च
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस योजना को केवल हाई स्कूल के छात्रों को भी बिना कोई खर्च किए नाश्ता उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इसके लिए हर साल लगभग 400 करोड़ रुपए सरकार के खर्च होंगे ।
इतने बच्चों को मिलेगा फायदा
इस योजना से 28,807 सरकारी स्कूलों, स्थानीय निकाय, मॉडल स्कूल और मदरसों में पढ़ रहे 23 लाख 5 हजार 801 छात्रों को फायदा मिलेगा। कामकाजी माताओं के बोझ को कम करने के अलावा स्कूल जाने वाले बच्चों की पोषण को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने कक्षा 1 से 10वीं तक के छात्रों को मुफ्त नाश्ता देने की घोषणा की है। इस योजना से उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में बेहतर प्रभाव पड़ेगा।
शारंश – तेलंगाना मुख्यमंत्री नाश्ता योजना
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