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राम मंदिर निर्माण: जानिए किस तरह से हुआ मोदी राज में राम मंदिर का निर्माण-

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तारीख पास आ गई है। अयोध्या में राम लला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो गया है। मोदी राज में बने इस भव्य राम मंदिर के साथ साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम इतिहास में अजर अमर हो जाएगा। इस भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ नरेंद्र मोदी का नाम आज ही नहीं बल्कि 32 सालों से जुड़ा हुआ है।

राम मंदिर का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए श्रमिक दिन-रात मंदिर का काम पूरा करने में लगे हुए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री मोदी समेत देशभर के तमाम बड़े राजनीतिक, फिल्मी और उद्योग जगत से जुड़े हुए लोग भाग लेने के लिए अयोध्या जाने वाले हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए श्रमिकों से भी मिलने वाले हैं।

32 साल पुराना संकल्प पूरा हुआ

देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर की आधारशिला रखने से पहले तक नरेंद्र मोदी अयोध्या क्यों नहीं गए। इसके पीछे उनका एक 32 साल पुराना संकल्प था जो उन्होंने राम लला के दर्शन के दौरान वर्ष 1992 में लिया था। नरेंद्र मोदी ने अपने संकल्प को कहीं न कहीं प्रधानमंत्री के रूप में पूरा भी किया और 5 अगस्त 2020 को वह गए और राम मंदिर की आधारशिला रखी। अब भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है तो अब वह फिर 22 जनवरी को जा रहे हैं इसका उद्घाटन करने।

1992 में मोदी जी गए थे अयोध्या 

नरेन्द्र मोदी राम लला के प्रकट उत्सव पर 14 जनवरी 1992 को बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के साथ अयोध्या आए थे। तब मोदी ने बड़े विश्वास से कहा था कि वो जन्मभूमि में राममंदिर बनने पर ही दोबारा अयोध्या आएंगे। जब राम मंदिर का निर्माण होगा। उसके बाद मोदी जी कभी अयोध्या नहीं गए। आखिरकार 2020 में जब मंदिर की आधारशिला रखी गई तो अपने संकल्प को उन्होंने आधारशिला रखकर पूरा किया। अब उनके ही हाथों से राममंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है।

सज रही राम नगरी अयोध्या

अयोध्या के कायाकल्प की नींव उस दिन पड़ी जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को यहां राम मंदिर की आधारशिला रखी थी।  तब से अब तक चार वर्षों में बीजेपी की सरकार आने के बाद अयोध्या में विकास की गंगा बह रही है। अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। संत समाज में उत्साह दिखाई दे रहा है, संत समाज इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मना रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हार्दिक इच्छा है कि अयोध्या नगरी को त्रेता युग की अयोध्या के अनुरूप सजाया जाए।

श्रमिकों से मिलेंगे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए श्रमिकों से भी मिलने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को राम मंदिर निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से मुलाकात कर सकते हैं। जब  दिसंबर 2021 में पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया था। इस मौके पर भी पीएम ने महीनों से निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से मुलाकात की थी।

निष्कर्ष –  राम मंदिर निर्माण

हमने आपको राम मंदिर निर्माण में मोदी सरकार के योगदान के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की है। उम्मीद करते हैं, आपको सभी जानकारी रोचक लगी होगी। कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट, आप हमें Comment box में बताना ना भूलें। और यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ Social Media Sites, Facebook, Instagram, twitter, what’s app पर ज़रुर शेयर करें। ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और वे भी इसका लाभ उठा सकें।

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