लद्दाख के सियाचिन में तैनात गावते अक्षय लक्ष्मण ड्यूटी पर शहीद होने वाले पहले अग्निवीर हैं। इस ग्लेशियर को दुनिया में सबसे अधिक ऊंचा युद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है। सरकार द्वारा शहीद गावते अक्षय लक्ष्मण के परिवार को 1 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि प्रदान की जाएगी।
अग्निवीर योजना के तहत सरकार के नये नियम
शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को मिलेगी ये सहायता राशि
सरकार द्वारा शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को इस प्रकार से एक करोड़ से ज्यादा की सहायता राशि की प्रदान की जाएगी।
- अंशदायी बीमा के रूप में शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को 48 लाख मिलेंगे।
- शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को 44 लाख रुपए की अनुग्रह राशि मिलेगी।
- अग्निवीरों द्वारा योगदान की गई सेवा निधि यानी सैलरी से एक राशि भी मिलेगी, जिसमें सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर 30% का ब्याज भी होगा।
- शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को शेष कार्यकाल का भी पैसा मिलेगा। यह राशि 13 लाख से अधिक होगी।
- सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से शहीद अग्निवीरों के परिवार वालों को 8 लाख रुपए का योगदान मिलेगा।
- आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से 30 हजार रुपए की सहायता तुरंत प्रदान की जाएगी।
- सब मिलाकर यह धनराशि 1 करोड़, 13 लाख से कहीं अधिक होगी।
नौकरी के दौरान अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाएं
अग्निवीरों को एक नियमित सैनिक की ही तरह हार्डशिप एलाउंस, यूनीफॉर्म एलाउंस, कैंटीन और मेडिकल सुविधााएं दी जाती हैै। इसके अतिरिक्त ट्रैवल एलाउंस भी दिया जाता हैै। अग्निवीरों को साल में 30 दिन की छुटी का भी प्रावधान रखा गया है। इन छुट्टियों के अतिरिक्त मेडिकल लीव भी मिलती हैै। अगर सर्विस के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार वालों को इन्श्योरेंस कवर मिलेगा। उसके परिवार को 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी जाती हैै। इसके अतिरिक्त जितनी नौकरी बची हैै, उसकी सैलरी भी देने का प्रावधान है। नौकरी के दौरान विकलांग होने पर एक्स ग्रेशिया 44 लाख रुपये और साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी सैलरी और सुविधा पैकेज भी दिया जाएगा।
शारंश – अग्निवीर योजना