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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: मोदी जी की इस योजना से लोग हुए मालामाल, जाने क्या है योजना-

मोदी सरकार की लोगों को सस्ते में सोना खरीदने का विकल्प देने वाली सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना सुपहिट साबित हो रही है। इसके जरिए सोने में निवेश करने वाले निवेशकों की जमकर कमाई हो रही है। इस योजना में निवेश करने वाले निवेशकों के पैसे महज 5 साल में डबल हो गए। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है, जबकि खरीदार कम से कम एक ग्राम सोने में निवेश कर सकता है। इसके अलावा किसी भी एक फाइनेंशियल ईयर में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा 4 किलो सोना खरीदा जा सकता हैै। अविभाजित हिंदू परिवारों और ट्रस्‍टों के लिए ये ये लिमिट 20 किलो तय की गई है।

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने पहली बार 2014 में आरबीआई द्वारा सोने में निवेश करने वाली सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना की शुरुआत की थी। जो बाजार से कम कीमत पर सोने में निवेश का मौका देती है। इस योजना के तहत सालाना 2.75%  का रिटर्न फिक्‍स्‍ड है‌। सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना के तहत मैच्‍योरिटी अवधि 8 साल की है। 30 नवंबर को इसकी पहली किस्‍त मैच्‍योर हो गई थी। इसने आठ साल के दौरान 12.9 % का ब्‍याज दिया है। मैच्‍योर होने से पहले 24 कैरेट सोने की कीमत के बराबर सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड के तहत गोल्‍ड प्राइस तय होता है, लेकिन यह कीमत एक सप्‍ताह पहले के आधार पर होती हैै। वहीं जब सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड की कोई किस्‍त आती है तो एक सप्‍ताह पहले के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत के आधार पर इस योजना के तहत गोल्‍ड प्राइस तय किया जाता हैै।

ऑनलाइन खरीदने पर मिलती है छूट

इस सरकारी योजना में न केवल सस्ते में सोना खरीद सकते हैं, बल्कि आप अन्य छूट का लाभ भी पा सकते हैं। ऑनलाइन पेमेंट करने पर 50 रुपए प्रति ग्राम डिस्काउंट भी दिया जाता हैै। RBI के मुताबिक, गोल्ड बाॉन्ड की कीमत निकासी की तारीख के पहले सप्ताह के दौरान सोने की औसत कीमत के आधार पर तय की जाती हैै। इसके अलावा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर मिले ब्याज पर भले ही टैक्स लगता है, लेकिन इन बॉन्ड्स को भुनाने में होने वाले कैपिटल गेन पर किसी तरह का कोई टैक्स लागू नहीं हैै।

निवेशकों का हुआ इतना लाभ

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना की पहली किस्‍त ने 12.9% सालाना रिटर्न दिया है, जिसमें 2.75%  सालाना का निश्चित ब्याज भुगतान भी शामिल है। 2015 में इस योजना के तहत 2,684 रुपए प्रति ग्राम की कीमत पर सोने में निवेश का मौका दिया गया था। वहीं मैच्‍योरिटी पर एक ग्राम की कीमत 6,132 रुपए हो गई है‌। RBI डाटा के मुताबिक, पहली किस्‍त से 245 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। गोल्‍ड बॉन्‍ड में पैसा लगाने से आपको एक अच्‍छे रिटर्न के साथ ही आपको सोने जितना ही पैसा मिलता है और इसे आप डीमैट अकाउंट के माध्‍यम से भी खरीद सकते हैं।

यहां से खरीद सकते हैं गोल्ड बॉन्ड

भारतीय रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से ये गोल्ड बॉन्ड जारी करता हैै। ये बॉन्ड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से बेचे जाते हैं। सब्सक्रिप्शन के लिए अप्लाई करते समय निवेशकों से एक सेल्फ-डिक्लेरेशन भी लिया जाएगा। इसके अलावा, ज्वाइंट होल्डिंग के मामले में 4 किलोग्राम की निवेश सीमा पहले एप्लिकेंट पर ही लागू होगी। सस्ते में सोना खरीदने की इस प्रक्रिया के दौरान केवाईसी नॉर्म्स बिल्कुल फिजिकल गोल्ड खरीदने की तरह ही होंगे। साथ ही वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, और अन्य जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होगी।

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना के लाभ 

इस योजना में 2.75%  रिटर्न को छोड़कर टैक्‍स बेनिफिट का भी लाभ मिलता हैै। वहीं अगर इस योजना में किसी ने ऑनलाइन निवेश किया है तो उसे प्रति ग्राम पर 50 रुपए की छूट दी जाती है। वहीं इसे आप सेकेंड्री मार्केट पर सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड खरीदते हैं तो आप 100% कैपिटल बेनिफिट के लिए पात्र होंगेे। इसके तहत पांच साल तक इंतजार करने की आवश्‍यकता नहीं है, आप इसे कभी भी बेच सकते हैं। आप टैक्‍स स्‍लैब के आधार पर तीन साल के भीतर बेचते हैं तो एसटीसीजी लागू होगा। तीन साल के बाद लेकिन आठ साल के अंदर बेचते हैं तो आप 20% लॉन्‍ग कैपिटल बेनिफिट के तहत होंगेे।

आसानी से ले सकते हैं लोन

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड योजना के माध्यम से आप आसानी से लोन भी ले सकते हैं। निजी और सरकारी क्षेत्र के बैंक अपने हिसाब से लोन की राशि तय करते हैं। एक ओर जहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड के बदले मिनिमम 20,000 रुपए से मैक्सिमम 20 लाख रुपए का तक का लोन मुहैया कराता हैै। तो वहीं कुछ बैंकों में ये लिमिट मिनिमम 50,000 रुपए से लेकर 25 लाख रुपए तक भी होती है. कुछ बैंक में इसके जरिए आप छोटा या 10,000 रुपए तक का लोन भी अपनी जरूरत के अनुसार ले सकते हैं।

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड के बदले लोन देने वाले बैंकों में ब्याज दरें भी अलग-अलग होती हैै। कैनरा बैंक समेत कुछ बैंक महज 8% की ब्याज दर पर भी लोन देने के लिए तैयार रहते हैं। जबकि, भारतीय स्टेट बैंक गोल्ड बॉन्ड पर लोन देने के एवज में 9.70 % का ब्याज वसूल करता है। यूनियन बैंक में कर्ज की ब्याज दर करीब 10 % है। कुछ बैंकों में ब्याज की दर 13 से 15 % तक जाती हैै।

योजना में निवेश की अवधि

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि 8 साल की होती है। हालांकि निवेशकों को मैच्योरिटी से पहले अपना पैसा निकालने की इजाजत है। लेकिन यह इजाजत 5 साल के बाद ही मिलती है। निवेशकों को कम से कम 5 साल तक इन बॉन्ड्स में अपना निवेश बनाए रखना पड़ता है।

निष्कर्ष –  सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना 

हमने यहाँ आपको सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना से संबंधित सभी जानकारी दी है। उम्मीद करते हैं, की आपको सभी जानकारी रोचक लगी होगी। इस तरह आप पूरी जानकारी प्राप्त कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।  अगर आप अन्य किसी योजनाओं की जानकारी लेना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट में दी गई अन्य योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और उस योजना से मिलने वाले लाभों को ले सकते हैं। दोस्तों, कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट, आप हमें Comment box में बताना ना भूलें। और यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी Social Media Sites, Facebook, Instagram, twitter, what’s app पर ज़रुर शेयर करें। ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और वे भी इसका लाभ उठा सकें।

 

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