नायाब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी 25 जनवरी 1970 को अंबाला के गांव मिर्जापुर माजरा में सैनी परिवार में जन्मे थे। नायब सिंह की मां पंजाबी हैं और पिता हरियाणवी हैं। उन्होंने बीए और एलएलबी किया है। सैनी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं। सैनी ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है।
नायाब सिंह सैनी की शिक्षा
अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद नायब सिंह ने बिहार के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। हरियाणा में जन्मे और बिहार से ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद वे अपनी आगे की पढ़ाई के लिए उत्तर प्रदेश आए थे। इस दौरान वह वकालत में रुचि रखते थे। इसलिए उन्होंने यूपी के मेरठ जिले में बने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी।
ऐसे आए राजनीति में
एलएलबी की डिग्री लेने के बाद नायब सिंह ने राजनीति का रुख किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दौर में नायब सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। भाजपा के साथ उन्होंने अपना राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी के रूप में साल 1996 से शुरू किया था और साथ मिलकर साल 2000 तक काम किया। इसके बाद साल 2002 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी अंबाला से वह जिला महामंत्री रहे। वह साल 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पद पर भी तैनात रहे। इसके कुछ सालों बाद वह बीजेपी में शामिल हो गये थे।
2014 में नायब सिंह ने अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से 24 हजार से ज्यादा वोटों के साथ चुनाव जीता था। साल 2019 में नायाब सिंह कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर संसद पहुंचे थे। इस चुनाव में उन्हें 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे। अक्टूबर 2023 में नायब सिंह को हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। अपने राजनीतिक करियर में अब वे हरियाणा के मुख्यमंत्री पद तक पहुंच रहे हैं।
ओबीसी वर्ग से रखते हैं ताल्लुक
नायब सिंह सैनी ओबीसी वर्ग से ताल्लुकात रखते हैं।नायब सिंह को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का खास भी समझा जाता है। सैनी को प्रदेश अध्यक्ष के बाद मुख्यमंत्री बनाने के लिए कई मसलों को ध्यान में रखा गया है।हरियाणा में ओबीसी समुदाय का दबदबा है। सैनी जिस कुरुक्षेत्र सीट से सांसद है, वहां जाट वोटर्स की संख्या सबसे ज्यादा है।