रक्षाबंधन का त्योहार आने वाला है। इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधती है। ये त्योहार भाई-बहन के प्यार और बहन की रक्षा के लिए मनाया जाता है। ऐसे में इस बार अपनी बहन को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिहाज से भी रक्षाबंधन पर महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र के रूप में तोहफा दे सकते हैं। यह योजना महिलाओं के लिए एक शानदार बचत योजना है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2023 को संसद में 2023-24 बजट पेश करते समय देश की महिलाओं और लड़कियों को बचत पर अधिक लाभ प्रदान करने हेतु महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई है। महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र एक दो वर्षीय बचत योजना है जो कि अप्रैल 2023 से मार्च 2025 तक चलेगी। 2 सालों के लिए निर्धारित ब्याज दर पर ये महिलाओं या लड़कियों के नाम पर अधिकतम 2 लाख रुपये तक की सेविंग की सुविधा देती है। इस स्कीम में 7.5% की दर से ब्याज दिया जा रहा है।
इस योजना अंतर्गत नागरिकों के द्वारा जिस पैसे को जमा किया जाता है, वह पैसे 2 साल तक जमा रहते है, 2 साल पूर्ण होने के पश्चात निवेशक को ब्याज सहित सारी रकम प्रदान कर दी जाती है। 27 जून 2023 को सभी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और योग्य निजी क्षेत्र के बैंकों को महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र को अपनाने और संचालित करने के लिए अधिकृत किया गया है। महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना अब डाकघरों और बैंकों से खरीदी जा सकती है।केंद्र सरकार द्वारा आरंभ इस योजना को मार्च 2025 तक जारी रखा जाएगा, इस योजना का लाभ देश की किसी भी आयु की महिलाओं और लड़कियों के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
योजना के तहत जमा किए जाने वाली राशि
केंद्र सरकार द्वारा आरंभ महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना के अंतर्गत कम से कम 1000 रुपए के माध्यम से खाता खुलवाया जा सकता है, देश की सभी महिलाएं और बालिकाएं इन खातों में अधिकतम 2 लाख रुपए तक की राशि को जमा कर सकती है। इसके अतिरिक्त महिलाओं के लिए इस बचत प्रमाणपत्र को खरीदने हेतु 2 साल तक की समय सीमा को निर्धारित किया गया है।
देश की किसी भी महिला और बालिका के द्वारा इस योजना के तहत 31 मार्च 2025 तक खाता खुलवाया जा सकता है। सभी निवेशक महिलाओं के द्वारा इस योजना के तहत निवेश करके ब्याज दर का लाभ प्राप्त किया जा सकता है, इसके अंतर्गत जब मैच्योरिटी की अवधि पूर्ण हो जाती है तो निवेशक को सरकार द्वारा कुल जमा राशि के साथ ब्याज की राशि प्रदान कर दी जाती है, जरूरत के समय मैच्योरिटी की अवधि पूर्ण होने से पूर्व कुछ पैैैैसों को निकाला भी जा सकता है।
ब्याज दरें बदलने पर योजना पर नहीं पड़ेगा असर
भारत सरकार द्वारा जितनी भी लघु बचत योजनाएं संचालित की जाती है। उन सब की नई ब्याज दरें तिमाही के पहले घोषित कर दी जाती है लेकिन महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र में ऐसे किसी भी बदलाव का असर ब्याज दर पर नहीं पड़ेगा। इस बचत पत्र में आपको पूरे 2 साल की अवधि तक 7.5% हिसाब से ब्याज दर मिलेगी। आप की जमा राशि पर आपको निश्चित रिटर्न की गारंटी मिलेगी। जो आपके लिए सेविंग करने का एक बेहतर अकाउंट होगा। केवल 2 साल में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र के अंतर्गत देश की महिलाओं और बालिकाओं को अच्छे ब्याज के साथ पैसा वापिस प्रदान किया जाएगा।
समय से पहले खाता बंद करने पर
खाता खोलने के दिन से छह महीने के बाद ग्राहक 2% पेनेल्टी के साथ अपने खाते को बंद कर सकता है। उस स्थिति में उचित ब्याज दर 5.5% होगी। खाता खोलने की तारीख से एक वर्ष के बाद खाता धारक जमा राशि का 40% तक आंशिक रूप से राशि निकाल सकते हैं।
खाताधारक की मृत्यु की स्थिति में खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है। इसके अलावा खाताधारक की किसी बीमारी या फिर अभिभावक की मौत होने पर लगातार खाते को चलाने में परेशानी आती है तो इस स्थिति में खाता बंद किया जा सकता है। इन सभी परिस्थियों में खाता बंद होने पर खाताधारक को 7.5% की दर से ब्याज दिया जाता है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- सरकार की अन्य बचत योजनाओं से भी अधिक ब्याज महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र पर मिलेगा।
- 2 साल तक आपका पैसा जमा रहेगा उसके बाद ब्याज सहित इकट्ठा रकम आपको वापिस मिल जाएगी।
- देश की कोई भी महिला या लड़की 31 मार्च 2025 तक इस अकाउंट को खुलवा कर ज्यादा ब्याज दर का फायदा उठा सकती है।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसी भी उम्र की महिलाएं या लड़की महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र अकाउंट खुलवा सकती हैं।
- महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र अकाउंट में पैसा जमा करने के बाद आप आवश्यकता पड़ने पर बीच में इस अकाउंट से कुछ पैसे भी निकाल सकते हैं।
- इस योजना में आपको पैसा निकालने के लिए अवधि की कोई बाध्यता नहीं होगी।
- यह योजना महिलाओं के वित्तीय समावेशन और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
योजना हेतु योग्यताएं
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने की इच्छुक नागरिकों को भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- यह योजना केवल देश की महिलाओं और बालिकाओं के लिए है, इसलिए केवल उनके नाम पर ही इस योजना के तहत अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- इस योजना के तहत एकाउंट खुलवाने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है। किसी भी उम्र की महिलाएं और बालिकाएं इस योजना के तहत एकाउंट खुलवा सकती हैं।
- सभी वर्ग, धर्म, जाति की महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र है। कोई जाति बंधन नहीं है।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- मूल निवास प्रमाणपत्र
- जाति प्रमाणपत्र
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
इसे भी पढ़ें :- मध्यप्रदेश लाडली बहना योजना: कब मिलेंगे इस योजना से महिलाओं को पैसे, जानिए योजना के बारे में