बुढ़ापे में पेंशन ही एक मात्र सहारा होता है। लेकिन ये सहारा तब मिलेगा, जब इसके लिए आप निवेश करेंगे। जब आप कमाने की स्थिति में नहीं होंगे, तो उस समय बचत की राशि ही सबसे बड़ा सहारा होती है, इसलिए कमाई के साथ-साथ बचत करना बेहद जरूरी है। खासकर जब आप प्राइवेट जॉब करते हैं। इसके लिए आप अटल पेंशन योजना से जुड़ सकते हैं। यदि आप युवा हैं, तो आप हर महीने एक छोटी-सी राशि जमाकर अपने बुढ़ापे को आर्थिक तौर पर खुशहाल बना सकते हैं।आपको बुढ़ापे में हर महीने एक निश्चित राशि पेंशन के तौर पर मिलती रहेगी। आपको अपने जरुरी खर्चे के लिए किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर आप अपने बुढ़ापे में खुशहाली चाहते हैं तो अटल पेंशन योजना से जुड़ सकते हैं।
60 वर्ष पूरे होने के बाद अटल पेंशन योजना से ग्राहक निवेश की गई राशि की निकासी कर सकता है। इस स्थिति में ग्राहक को पेंशन निकासी के बाद पेंशन प्रदान की जाएगी। अटल पेंशन योजना में 60 वर्ष से पहले निकासी की अनुमति नहीं है। लेकिन कुछ असाधारण परिस्थितियों में विभाग द्वारा इसकी अनुमति दी गई है। जैसे कि यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है या फिर किसी टर्मिनल रोक की स्थिति में।
अटल पेंशन योजना
योजना के तहत मिलने वाली पेंशन राशि
अगर आपकी उम्र 18 साल है तो फिर इस योजना में हर महीने 210 रुपये यानी रोजाना 7 रुपये निवेश कर 5000 रुपये हर महीने पेंशन उठा सकते हैं। वहीं अगर 60 की उम्र के बाद केवल 1000 रुपये महीने पेंशन चाहिए तो इसके लिए 18 की उम्र से केवल हर महीने 42 रुपये जमा करने होंगेे।
अटल पेंशन योजना से लाभ
अटल पेंशन योजना में निवेश कर आप पेंशन पाने के साथ-साथ टैक्स भी बचा सकते हैं। इस योजना में निवेश कर आप डेढ़ लाख रुपये तक टैक्स बचा सकते हैं। ये छूट आयकर की धारा 80C के अंतर्गत मिलती है। अटल पेंशन योजना के मुताबिक अगर इसमें निवेश करने वाले आवेदक की मृत्यु किसी बीमारी या दुर्घटना के चलते 60 साल की उम्र पूरी होने से पहले हो जाती है, तो उसकी निवेश की हुई रकम से उसके जीवनसाथी को पूरे जीवन के लिए पेंशन का लाभ दिया जाता है।
अगर आवेदक का जीवनसाथी भी जीवित नहीं है, तो उनके नॉमिनी को एकमुश्त किश्त दी जाएगी जो लगभग 1.70 लाख से लेकर 8 लाख रुपए तक हो सकती है। इस योजना में पैसा जमा कराने के लिए मासिक, तिमाही और छमाही की सुविधा मिलती है। साथ ही ऑटो डैबिट की सुविधा भी मिलती है, यानी पैसे अपने आप आपके अकाउंट से कट जाएंगेे।
योजना का लाभ उठाने हेतु आयु सीमा
इस योजना से जुड़ने के लिए आपकी उम्र 18 से 40 साल के बीच की होनी चाहिए। 40 साल से ज्यादा उम्र है तो फिर इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। योजना के तहत पेंशन पाने के लिए कम से कम 20 साल तक जमा करना होगा। 60 साल की उम्र तक एक तय राशि जमा करना होगा। यदि, आपकी उम्र 18 साल है तो इस योजना में हर महीने 210 रुपये जमा करके 5000 रुपये हर महीने पेंशन उठा सकते हैं। यानी आप रोजाना 7 रुपये निवेश कर करीब 165 रुपये रोजाना पेंशन पा सकते हैं। अगर आप 60 की उम्र के बाद केवल 1000 रुपये महीने पेंशन चाहते हैं तो फिर इसके लिए 18 की उम्र से केवल हर महीने 42 रुपये जमा कराने होंगे।
अगर निवेशक 60 साल की उम्र से पहले अपनी राशि की निकासी चाहते हैं तो कुछ परिस्थितियों में यह भी संभव है।वहीं अगर पति की मौत 60 साल से पहले हो जाती है, तो फिर पत्नी को पेंशन को सुविधा मिलेगी। पति-पत्नी दोनों की मृत्यु पर नॉमिनी को पूरा पैसा वापस मिल जाएगा।
अटल पेंशन योजना का लाभ लेने हेतु योग्यताएं
अटल पेंशन योजना का लाभ उठाने हेतु आवेदक को भारतीय नागरिक होना चाहिए। मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना समाज के कमजोर वर्ग के लिए है ताकि 60 साल की उम्र के बाद उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़े। यह योजना कम आमदनी वाले लोगों के लिए या फिर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए ज्यादा उपयुक्त है। इस योजना से 18 से 40 साल तक की उम्र के लोग ही जुड़ सकते हैं। अटल पेंशन योजना से जुड़ने के लिए बैंक में एक बचत खाता और आधार कार्ड होना जरूरी है।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पहचान पत्र
- स्थायी पते का प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
अटल पेंशन योजना के तहत खाता खुलवाने की प्रक्रिया
अटल पेंशन योजना में अकाउंट खुलवाना बहुत आसान है। अगर आप भी अटल पेंशन योजना के तहत अपना खाता खुलवाना चाहते हैं, तो इसके लिए सबसे पहले किसी बैंक में बचत खाता खुलवा लें। अगर आपका पहले से ही बैंक में बचत खाता है तो आपको वहां से योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा। फॉर्म में नाम, आयु, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर आदि जानकारियां भरनी होगी। मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज साथ में अटैच करें। इसके बाद फॉर्म को बैंक में जमा करें। इसके बाद आपके सभी दस्तावेजों को सत्यापित किया जाएगा और अटल पेंशन योजना के तहत आपका खाता खोल दिया जाएगा।