हर इंसान अपनी कमाई से बचत करके कुछ न कुछ भविष्य के लिए ऐसी जगह निवेश करना चाहता है, जहां उसका पैसा भी सुरक्षित रहे और रिटर्न भी शानदार मिले। इस लिहाज से छोटी बचत योजनाएं लोगों को पसंद आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के इन छोटी बचत योजनाओं को लेकर उठाए गए ठोस कदमों का असर देखने को मिल रहा है, खासतौर पर सीनियर सिटीजंस के लिए संचालित हो रही योजनाओं में अच्छा ब्याज मिल रहा है।
इन योजनाओं में होने वाले निवेश में अप्रैल-सितंबर तिमाही में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.10 से 0.30% तक की बढ़ोतरी कर दी है। सरकार ने जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 30 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है। 2 साल के डिपॉजिट पर ब्याज दरें 0.10% बढ़ाई गई है, जबकि 5 साल के डिपॉजिट पर अब 0.30% अधिक ब्याज मिलेगा।
छोटी बचत योजनाएं
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को हर तिमाही पर रिव्यू किया जाता और इनमें बदलाव भी किया जाता है। वित्त वर्ष 2023-24 के आम बजट में सरकार ने महिलाओं के लिए एक योजना का ऐलान किया है। केंद्र सरकार का दावा है कि विभिन्न बचत योजनाओं की मौजूदा ब्याज दरें सरकारी और प्राइवेट बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज दरों से अधिक हैं। छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में समय-समय पर बाजार के सेंटिमेंट के अनुसार बदलाव किया जाता है। सरकार कई तरह की छोटी बचत योजनाएं चलाती है। इनमें से प्रमुख- पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सीनियर सिटीजन बचत योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, सुकन्या समृद्धि योजना और किसान विकास पत्र हैं।
सरकार की 12 छोटी बचत योजनाएं
जनवरी-मार्च तिमाही के लिए केंद्र सरकार ने 12 छोटी बचत योजनाओं में से 8 योजनाओं की ब्याज दरों में इजाफा किया है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और किसान विकास पत्र पर सरकार ने ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था। किसान विकास पत्र पर फिलहाल 7.2,% की दर से ब्याज मिल रहा है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों में जनवरी-मार्च तिमाही के लिए कोई बदलाव नहीं हुआ था। पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर 7.1% और सुकन्या समृद्धि पर 7.6% की दर से ब्याज मिल रहा है। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की मौजूदा ब्याज दर 8% है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश पर 7% की दर से ब्याज मिल रहा है।
अब तक निवेश 2.5 गुना बढ़ा
अप्रैल से सितंबर तक छमाही में सीनियर सिटीजंस के लिए संचालित योजनाओं में निवेश बढ़ा है, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के लिए डिपॉजिट्स में साल-दर-साल लगभग 2.5 गुना इजाफा हुआ है और ये बढ़कर 74,625 करोड़ रुपये हो गया है। अप्रैल-सितंबर छमाही में न केवल सीनियर सिटीजंस के लिए संचालित योजनाओं में निवेश बढ़ा है, बल्कि महिलाओं के लिए चलाई जा रही छोटी बचत योजनाओं में भी निवेश काफी बढ़ गया है। जिनमें महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट में इस साल बढ़कर 13,512 करोड़ रुपये का निवेश आया। ये योजना दो साल के लिए लाई गई है। 2 साल के मैच्योरिटी पीरियड वाली इस योजना को महिलाओं का जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है और इसमें खाताधारकों की संख्या में जोरदार इजाफा देखने को मिला है।
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें
2 साल से ज्यादा समय से सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। अभी 12 महीने के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.5 %, 5 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.7 %, राष्ट्रीय बचत पत्र पर 6.8 %, पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर 7.1 %, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बचत योजना पर 7.4 % और सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 % की दर से ब्याज मिल रहा हैै। सुकन्या समृद्धि योजना, राष्ट्रीय बचत पत्र और पब्लिक प्रोविडेंट फंड जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को इस बार भी नहीं घटाया गया। लंबे समय से लोगों की पसंदीदा इन बचत योजनाओं के ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर में हुआ बदलाव
शारंश – मोदी सरकार की छोटी बचत योजनाएं
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