मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना :
मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना का लाभ:
मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना के अंतर्गत राजस्थान सरकार ने कक्षा 1 से 8 वीं तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस बांटना शुरू कर दिया है। इन्हें साल में 2 जोड़ी यूनिफॉर्म दिया जाएगा और सिलाई के लिए अलग से 200 इन बच्चों या उनके परिवार वालों के खाते में डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 70 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को मिलेगी यूनिफॉर्म। प्रदेश में 64,479 सरकारी स्कूल हैं।
सप्ताह में मिलेगा दूध:
इसके साथ ही मिल्क पाउडर से बना दूध प्रार्थना सभा के बाद बच्चों को देने की योजना की भी शुरुआत की गई है। इसके तहत सरकारी स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों को सप्ताह में 2 दिन गर्म दूध दिया जाएगा। कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध देने की शुरुआत हो गई है।
476.44 करोड़ रुपए का रखा बजट :
मालूम होना चाहिए कि राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2022-23 के बजट के दौरान कहा था कि मिड-डे मील योजना के तहत कक्षा 1 से 8 वीं तक के छात्रों को हफ्ते में दो दिन डिब्बे का गर्म दूध देने के लिए 476.44 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। जिसके बाद बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। जानकारी के अनुसार स्कूलों में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन की मदद से दूध पहुंचाया जाएगा।
मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना का उद्देश्य:
राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष डॉ अर्चना शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए समर्पित है। यदि किसी बच्चे का संपूर्ण विकास चाहिए तो उसका फिजिकल और मेंटल डेवलपमेंट होना बहुत जरूरी है। इसके लिए ये दूध और अच्छे पोषाहार ही अच्छे माध्यम उपलब्ध होते हैं। मुख्यमंत्री की इस योजना से छात्रों का संपूर्ण विकास होगा। उन्होंने कहा कि आगामी समय में बाल गोपाल योजना को और बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
ड्राप आउट बच्चों को रोकने में मिलेगी मदद:
जरूरी है कि लोग जागरूक रहें और योजनाओं से समय रहते जुड़ जाएं, ताकि सरकार की योजनाओं के उद्देश्य सार्थक हो सकें। राजस्थान सरकार प्रतिबद्ध है कि प्रदेश के प्रत्येक छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके लिए प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए मुख्यमंत्री मुफ्त स्कूल ड्रेस बांटने की योजना शुरू की है। इस योजना से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की उपस्थिति व नामांकन में वृद्धि होगी। साथ ही यह योजना बच्चों के ड्रॉप आउट को रोकने में मदद करेगी।