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मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना: राजस्थान में मिलेगी स्कूली बच्चों को मुफ्त ड्रेस और दूध, जाने योजना के बारे में-

मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना :

राजस्थान की सरकार ने सरकारी स्कूलों के बच्चों को एक नई सौगात दी है। राजस्थान सरकार अब स्कूल के बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में अब मिड डे मील के खाने के साथ साथ दूध भी पिलाने जा रही है। राजस्थान में 29 नवंबर को वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत कक्षा 1 से 8 वीं तक सरकारी स्कूलों के बच्चों को स्कूल ड्रेस और दूध मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना का लाभ 70 लाख छात्रों को मिलेगा। शिक्षा विभाग, राजस्थान के 64,479 सरकारी स्कूलों के कक्षा 1 से 8 वीं तक पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल यूनिफार्म फैब्रिक्स के दो सेट उपलब्ध कराएगा। साथ ही यूनिफॉर्म सिलवाने के लिए प्रत्येक छात्र को 200 रुपए का भुगतान किया जाएगा। जिन बच्चों का बैंक में खाता नहीं होगा, उनके परिवार के खाते में रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे।
    स्कूल ड्रेस सिर्फ उन बच्चों को दिया जाएगा जिन्होंने कक्षा 1 से 8 वीं तक में 30 अगस्त 2022 तक स्कूल में दाखिला लिया है। राजस्थान शिक्षा परिषद आयुक्त मोहन लाल यादव ने बताया कि कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को 150 मिली लीटर और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को 200 मिली लीटर मिल्क पाउडर से बना दूध प्रार्थना सभा के बाद दिया जाएगा। बाल गोपाल योजना के तहत स्कूली बच्चे जो कक्षा एक से आठवीं तक में पढ़ते हैं। उन्हें सप्ताह में केवल 2 दिन गर्म दूध दिया जाएगा। इस योजना में दूध वितरण की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन समिति की रहेगी।

मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना का लाभ:

मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना के अंतर्गत राजस्थान सरकार ने कक्षा 1 से 8 वीं तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल ड्रेस बांटना शुरू कर दिया है। इन्हें साल में 2 जोड़ी यूनिफॉर्म दिया जाएगा और सिलाई के लिए अलग से 200 इन बच्चों या उनके परिवार वालों के खाते में डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 70 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को मिलेगी यूनिफॉर्म। प्रदेश में 64,479 सरकारी स्कूल हैं।

सप्ताह में मिलेगा दूध:

इसके साथ ही मिल्क पाउडर से बना दूध प्रार्थना सभा के बाद बच्चों को देने की योजना की भी शुरुआत की गई है। इसके तहत सरकारी स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों को सप्ताह में 2 दिन गर्म दूध दिया जाएगा। कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध देने की शुरुआत हो गई है।

476.44 करोड़ रुपए का रखा बजट :

मालूम होना चाहिए कि राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2022-23 के बजट के दौरान कहा था कि मिड-डे मील योजना के तहत कक्षा 1 से 8 वीं तक के छात्रों को हफ्ते में दो दिन डिब्बे का गर्म दूध देने के लिए 476.44 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। जिसके बाद बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। जानकारी के अनुसार स्कूलों में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन की मदद से दूध पहुंचाया जाएगा।

मुफ्त स्कूल ड्रेस और बाल गोपाल योजना का उद्देश्य:

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि छात्र हमारे देश का भविष्य होते हैं। और छात्रों के विकास के लिए यह योजना चलाई जा रही है। यह योजना केवल सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए है। इस योजना से सरकारी स्कूलों के प्रति बच्चों का आकर्षण बढ़ेगा। और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, साथ ही बच्चों की स्कूल में उपस्थित और नामांकन में भी बढ़ोतरी होगी।

राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष डॉ अर्चना शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए समर्पित है। यदि किसी बच्चे का संपूर्ण विकास चाहिए तो उसका फिजिकल और मेंटल डेवलपमेंट होना बहुत जरूरी है। इसके लिए ये दूध और अच्छे पोषाहार ही अच्छे माध्यम उपलब्ध होते हैं। मुख्यमंत्री की इस योजना से छात्रों का संपूर्ण विकास होगा। उन्होंने कहा कि आगामी समय में बाल गोपाल योजना को और बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।

ड्राप आउट बच्चों को रोकने में मिलेगी मदद:

जरूरी है कि लोग जागरूक रहें और योजनाओं से समय रहते जुड़ जाएं, ताकि सरकार की योजनाओं के उद्देश्य सार्थक हो सकें। राजस्थान सरकार प्रतिबद्ध है कि प्रदेश के प्रत्येक छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके लिए प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए मुख्यमंत्री मुफ्त स्कूल ड्रेस बांटने की योजना शुरू की है। इस योजना से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की उपस्थिति व नामांकन में वृद्धि होगी। साथ ही यह योजना बच्चों के ड्रॉप आउट को रोकने में मदद करेगी।

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