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यूपी आई विंड्स योजना: किसानों को मिल सकेगी मौसम की सही जानकारी इस सरकारी योजना से, जानिए पूरी जानकारी-

उत्तर प्रदेश में हर एक गांव में मौसम की सही जानकारी आम लोगों तक पहुंचे इसके लिए राज्य सरकार द्वारा एक नई पहल शुरू हुई है। मौसम व राजस्व विभाग से छूटे 55,570 ग्राम पंचायतों व 308 ब्लॉकों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन व ऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित होंगे। केंद्र सरकार की आई विंड्स योजना के अंतर्गत यह काम होगा। इस काम में होने वाले खर्च के लिए बजट निर्धारित हो गया है। यह काम केंद्र सरकार की मदद से उत्तर प्रदेश का कृषि विभाग करेगा। प्रदेश में 826 ब्लॉक व 57,702 ग्राम पंचायतें हैं।

मौसम एवं राजस्व विभाग 450 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन व 2000 ऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित कर रहा है। इसके अलावा भारतीय मौसम विभाग ने 68 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन व 132 ऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित कराए हैं। केंद्र सरकार की आई विंड्स योजना के तहत प्रत्येक ब्लॉक में एक ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन व प्रत्येक ग्राम पंचायत में एकऑटोमेटिक रेनगेज स्थापित करने का लक्ष्य है। राज्य सरकार ने आई विंड्स योजना को नई योजना के रूप में लागू करने का फैसला किया है। इसके लिए खर्च बजट से की जाएगी।

वेदर स्टेशन से किसानों को लाभ

वेदर स्टेशन बनने से राज्य के गांव के किसानों को मौसम की सही जानकारी मिल सकेगी। जिससे किसान अपने कृषि कार्यों को सही समय पर पूरा कर सकेंगे। इस स्टेशन पर दिन का अधिकतम व न्यूनतम तापमान डिस्पले बोर्ड पर दिखेगा। आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहने वाला है, इसकी जानकारी मिल सकेगी। बारिश का पूर्वानुमान ज्ञात हो सकेगा। मौसम की सही जानकारी मिलने से किसानों को अधिक लाभ होगा। वह मौसम को देखते हुए अपने खेतों में उर्वरक का प्रयोग सही समय से कर सकेंगे। फसलों की सिंचाई में भी मदद मिलेगी।

यहां स्थापित किए जाएंगे वेदर स्टेशन एवं एआरजी 

योगी सरकार ने अब गांव-गांव तक मौसम की सही जानकारी पहुंचाने के लिए आई विंड्स योजना को लागू करने के लिए सहमति दे दी  है। सरकार द्वारा वेदर स्टेशन स्थापित करने के लिए सामान्यतया 5×7 वर्गमीटर व एआरजी के लिए 4×3 वर्गमीटर भूमि की जरूरत होती है। इसलिए फैसला लिया गया है कि ये वेदर स्टेशन ब्लॉक कार्यालय में और एआरजी की स्थापना ग्राम पंचायत के भवनों की छत पर करवाई जाएगी। वेदर स्टेशन व एआरजी की देखभाल की जिम्मेदारी पंचायत स्तर पर नियुक्त पंचायत सेवक या पंचायत मित्र को दी जाएगी। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए पंचायत, राजस्व, ग्राम विकास व कृषि आदि विभागों के राज्य मुख्यालय पर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे।

वेदर स्टेशन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

वेदर स्टेशन के लिए कई प्रकार के सेंसर का प्रयोग होता है। इसमें टेंप्रेचर सेंसर, एटमासफियर सेंसर, गैस सेंसर सहित पांच से सात सांइटिफिक सेंसर लगेंगे। इसके साथ डिजिटल स्क्रीन को कनेक्ट किया जाएगा। उसे ग्राम पंचायत भवन के ऊपर लगाया जाएगा। ताकि गांव के लोग उसे आसानी से देख सकें और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जिले के अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी। ग्रामीणों व किसानों को इससे जानकारी मिल सकेगी कि प्रदूषण का लेवल क्या है? मौसम के पूर्वानुमान से ग्रामीण किसान अपने फसलों की निगरानी कर सकेंगे।

निष्कर्ष – यूपी आई विंड्स योजना

यूपी आई विंड्स योजना से संबंधित सभी जानकारी हमने आपको अपने लेख के माध्यम से प्रदान कर दी है और हमें उम्मीद है की यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी। अगर आप अन्य किसी योजनाओं की जानकारी लेना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट में दी गई अन्य योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और उस योजना से मिलने वाले लाभों को ले सकते हैं। दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी आज की पोस्ट, आप हमें Comment box में बताना ना भूलें। और यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इस पोस्ट से मिलने वाली जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी Social Media Sites, Facebook, Instagram, twitter, what’s up पर ज़रुर शेयर करें। ताकि उन्हें भी यह महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और वे भी इसका लाभ उठा सकें।

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